वाह री यूपी पुलिस तेरी अजब कहानी, 15 हजारी को बताया 50 हजार का इनामी बदमाश
जिसमें पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़े गए 15 हजारी धर्मेन्द्र उर्फ टिंडी नामक बदमाश को 50 हजार का इनामी बदमाश होने का दावा कर मीडिया की खबरों में सुर्खियां तो बटौर लीं,लेकिन आनन फानन में किए गए अपने दावे को पुलिस पुष्ट नहीं कर सकी।
15 हजारी को बताया 50 हजार का इनामी बदमाश
मुठभेड़ में पकड़े बदमाश के इनाम की पुष्टि नहीं कर सकी पुलिस
दावा दुर्दांत बदमाश होने का लेकिन आपराधिक रिकॉर्ड का पता नहीं
पैर में गोली मारकर पकड़ा गया धर्मेन्द्र उर्फ टिंडी
हेड कांस्टेबल को भी लगी हाथ में गोली
गाजियाबाद, (संजीव शर्मा): यूं तो गाजियाबाद पुलिस एनकाउंटर के जरिए बदमाशों पर कहर बनकर टूट रही है। कोई दिन ऐसा नहीं जा रहा जब पुलिस और बदमाशों के बीच एक .दो मुठभेड़ न हों और इनामियां बदमाश पकड़े न जाएं। लेकिन मीडिया और आलाअफसरों की निगाह में सुर्खियां बटोरने के चक्कर में पुलिस ऐसी चूक कर रही जो उसकी हर एक मुठभेड़ को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा करती है। ऐसी ही बड़ी चूक शनिवार सुबह कविनगर पुलिस की भी सामने आई है। जिसमें पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़े गए 15 हजारी धर्मेन्द्र उर्फ टिंडी नामक बदमाश को 50 हजार का इनामी बदमाश होने का दावा कर मीडिया की खबरों में सुर्खियां तो बटौर लीं,लेकिन आनन फानन में किए गए अपने दावे को पुलिस पुष्ट नहीं कर सकी।
चेकिंग के दौरान हुई मुठभेड़
पुलिस की कहानी पर यकीन करें तो शनिवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे गोविंदपुरम चौकी इंचार्ज मनीष चौहान क्षेत्र में चेकिंग पर थे। इसी दौरान उन्होंने बाइक सवार दो संग्दिध युवकों को रोकने का प्रयास किया। लेकिन वे पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए मधुबन बापूधाम की ओर भाग निकले। मनीष चौहान ने वायरलैस सेट पर मामले की सूचना फ्लैश की। जिसके बाद कविनगर पुलिस की अन्य टीमें बदमाशों की घेराबंदी में जुट गईं और पुलिस ने डबल टंकी के पास दोनों बदमाशों को घेर लिया। बदमाशों की फायरिंग का जवाब देते हुए पुलिस ने भी फायरिंग की। जिसमें एक गोली बदमाश धर्मेन्द्र उर्फ टिंडी के पैर में लगी और वह घायल होकर जमीन गिर पड़ा। जबकि उसका साथी लोनी निवासी अंबरीश मौके से भागने में कामयाब हो गया। बदमाशों की गोली लगने से हेड कांस्टेबल पंकज भी घायल हुआ। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस का कहना है कि धर्मेन्द्र उर्फ टिंडी मूलरूप से भरतपुर राजस्थान का रहने वाला है। लेकिन बीते दो सालों से वह लोनी क्षेत्र में डेरा जमाए हुए था।
मुठभेड़ के बाद किए गए बड़े दावे
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दावा किया कि पकड़ा गया आरोपी दुर्दांत किस्म का बदमाश है और वह डकैती व डकैती के दौरान हत्या समेत दर्जनों संगीन अपराधों को अंजाम दे चुका है। टिंडी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित होने का भी दावा पुलिस ने किया। बाकायदा पुलिस कमांड से मीडिया सेल की ओर से प्रैसनोट जारी कर टिंडी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित होने की बात कही गई। लेकिन सवाल पूछने पर अफसर न तो टिंडी का आपराधिक रिकॉर्ड ही पेश कर सके और न ही मुठभेड़ के कई घंटों बाद यहां तक कि खबर लिखे जाने तक बदमाश पर घोषित 50 हजार रुपए के इनाम की पुष्टि कर सके।
शामली से घोषित था 15 हजार का इनाम
पुलिस की जांच पड़ताल के दौरान सामने आया है कि टिंडी शामली के विभिन्न थानों से कई मामलों में वांछित था। जिसके चलते 13 सितम्बर 2017 को एडीजी मेरठ जोन की ओर से उसपर 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने टिंडी को शामली के गढ़ी पुख्ता थाना से डकैती और डकैती के दौरान हत्या के मामले में वांछित होने का दावा किया,लेकिन शामली पुलिस ने आरोपी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित होने के दावे को खारिज कर दिया। शामली पुलिस का कहना है कि टिंडी पर गढ़ी पुख्ता थाने में चोरी और बरामदगी के केस दर्ज हैं। जबकि सीओ सेकेंड आतिश कुमार सिंह का कहना है कि आरोपी पर गढ़ी पुख्ता थाना शामली में डकैती और डकैती के दौरान हत्या का केस दर्ज है।
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि धर्मेन्द्र उर्फ टिंडी शातिर किस्म का बदमाश है। इसका भाई संजय भी अपराधी है। धर्मेन्द्र पर 15 हजार रुपए का इनाम होने की पुष्टि हुई है। 50 हजार का इनाम कहां से और किस केस में है इसका पता लगाया जा रहा है।
शाम तक जारी किये गये दो प्रेस नोट: पहले प्रेस नोट में जब पचास हजार का इनामिया घोषित किया गया उसके बाद सवाल करने के वावजूद शाम को एक दूसरा प्रेस नोट जारी कर बताया गया कि इस आरोपी 15 हजार रुपए का इनाम होने की पुष्टि हुई है।