गाजियाबाद एसएसपी के पद पर विधिवत तैनात होने के बाद मुनिराज जी ऑफिस से लेकर सड़क तक उतरे
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी को आज विधिवत गाजियाबाद जनपद की कमान उत्तर प्रदेश सरकार ने सौंप दी है। इससे पहले उन्हे जिले के प्रभारी के तौर नियुक्त किया गया था। उसके बाद गाजियाबाद जिले को पुलिस कमिशनरेट में तब्दील होने के चलते उन्हे प्रभार दिया गया था। अब चूंकि कमिश्नरी के अपराध की आई रिपोर्ट से सीएम योगी फिलहाल संतुष्ट नहीं दिखे और उन्होंने अभी नई कमिश्नरी निर्माण में थोड़ी ढिलाइ दे दी है। सूत्रों के कहना है कि प्रदेश की आईएएस लॉबी कमिश्नरी का निर्माण नहीं चाहती है। क्योंकि राजस्व के अलावा सभी कार्य कमिश्नर के अधीन चले जाते है। इससे वो भी एक बड़ी समस्या ही और रिपोर्ट को उन्होंने बड़ी ताकत से रखा है। अब मुनिराज जी गाजियाबाद जनपद के पुलिस कप्तान नियुक्त कीये गए है। इसका आदेश सरकार ने जारी कर दिया।
आज दो आईपीएस अधिकारियों का ताबदला किया गया है। जिसमें आईपीएस मुनिराज जी को एसएसपी गाजियाबाद बनाया गया जबकि श्री पलाश बंसल को अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अलीगढ़ नियुक्त किया गया है।
पुलिस कार्यालय स्थित समस्त शाखाओं प्रधान लिपिक शाखा, वाचक कार्यालय, मॉनीटरिंग सेल, आँकिक शाखा, अपराध शाखा, शिकायत प्रकोष्ठ, डीसीआरबी, अभिलेखागार, कार्यालय पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, कार्यालय क्षेत्राधिकारी आफिस आदि का आकस्मिक निरीक्षण किया गया तथा अभिलेखो को अद्यावधिक रखने, अभिलेखों के बेहतर रखरखाव तथा पुलिस कार्यालय परिसर मे साफ-सफाई रखने हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गये।
एसएसपी मुनिराज जी के निर्देशानुसार सडक सुरक्षा अभियान के अन्तर्गत दिनांक 26.05.22 को रात्रि 23.00 बजे से 02.00 बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग, एक्सप्रेस वे एवं मुख्य मार्गो के किनारे, ढाबे, होटल एवं अन्य सार्वजनिक स्थान के सामने अवैध रुप से खडे हुये ट्रक एवं अन्य वाहनो के विरुद्व विशेष चैकिंग अभियान चलाया गया।
जिसमे राष्ट्रीय राजमार्गो, एक्सप्रेस वे एवं मुख्य मार्गो पर खडे वाहनो की चैकिंग कर मोटर वाहन अधिनियम के अन्तर्गत सडक किनारे अवैध रुप से खडे 522 वाहनो का चालान किया गया तथा 19 वाहनो को सीज किया गया।
एसएसपी द्वारा सभी पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारियो/थाना प्रभारी एवं यातायात पुलिस को उक्त अभियान के तहत निरन्तर सडक किनारे अवैध रुप से खडे वाहनो पर कडी कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया है ताकि सडक किनारे खडे वाहनो के कारण होने वाली सडक दुर्घटनाओ पर अंकुश लगाया जा सके।