आसिफ खान मन्नत पूरी होने पर लाया कांवड, ग्रामीणों ने की पुष्पवर्षा....
Asif Khan brought Kanwad on fulfillment of vow, villagers showered flowers
गाजियाबाद। आपसी प्यार और सौहार्द की मिसाल भदौला निवासी आसिफ ने पेश की है। शिवभक्त आसिफ ने कांवड़ लेकर आया तो सुर्खियां बन गई। शनिवार रात कांवड़ लेकर गांव पहुंचे आसिफ का फूलमालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। आसिफ का कहना है कि देवों के देव महादेव में उसकी गहरी आस्था है और शंकर के दरबार में मजहब और जाति बंधन कोई मायने नहीं रखती है।
भोजपुर के गांव भदौला निवासी सगीर के छह संतान है। उनका 19 वर्षीय पुत्र आसिफ खान ट्रक मैकेनिक है। सावन माह शुरू होते ही जैसे ही कांवड़ यात्रा शुरू हुई तो आसिफ खान भी अन्य शिवभक्तों की तरह हरिद्वार से पैदल कांवड़ लाया। कांवड़ लेकर आए आसिफ खान काे गांव में पहुंचने पर प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। आसिफ ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान आशुतोष का जलाभिषेक किया और कन्या पूजन कर अपनी कांवड़ यात्रा पूरी की। उसने बताया कि वह भगवान शंकर में गहरी आस्था रखता है और नियमित तौर पर मंदिर जाकर पूजा अर्चना करता है।
आसिफ ने बताया कि कुछ समय पहले उसने एक मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर वह हरिद्वार से कांवड़ लेकर आया। उसका कहना है कि वह अगले साल कांवड़ का जोड़ा पूरा करेगा और कांवड़ लाने का सिलसिला लगातार जारी रखेगा। ग्राम प्रधान कविंद्र, पूर्व प्रधान जितेंद्र आदि सहित कई ग्रामीणों ने आसिफ का स्वागत किया। ग्रामीणों का कहना है कि आस्था जब परवान चढ़ती है तो मजहब की दीवार बौनी पड़ जाती है। आसिफ ने मजहबी बेड़िया तोड़कर धार्मिक नफरत फैलाने वालों को सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया है।