गाजियाबाद के इस गांव में BJP नेताओं की एंट्री पर लगा बैन

लोगों की मांगे हैं कि गांव नगर निगम में होने के बावजूद इसके विकास के नाम पे लोगों से वोट वसूलने का काम किया जाता है गांव वालो को सिर्फ और सिर्फ आश्वासन दिया जाता है ?

Update: 2019-02-17 08:59 GMT

गाजियाबाद : दिल्ली-एनसीआर का नाम आते ही बड़ी-बड़ी सड़कें बिजली पानी की समुचित व्यवस्था जैसी चीजें एक दम दिमाग में आती हैं लेकिन गाजियाबाद के कनावनी गांव में एक दम उल्टा देखने को मिल रहा है. दिल्ली से सटे कनावनी गांव में मूलभूत सुविधाओं के लिए लोगों को सड़कों पर उतरना पड़ा। गांव में नालियां नही हैं, आने जाने वाला मार्ग पानी से भरा रहता है। लोग संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं जिससे इलाज में हजारों और लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। लोगों ने अपने आक्रोश को जाहिर करने के लिए गांव में बीजेपी नेताओं की एंट्री बैन जैसे बैनर लगा दिए हैं। 

बोर्ड पर कुछ इस तरह के शब्द है कि गांव कनावनी में बीजेपी नेताओं का आना सख्त मना है। विरोध कर रहे लोगों की मांगे हैं कि गांव नगर निगम में होने के बावजूद इसके विकास के नाम पे लोगों से वोट वसूलने का काम किया जाता है गांव वालो को सिर्फ और सिर्फ आश्वासन दिया जाता है विकास को लोग तरस रहे हैं। जिसको लेकर लोगों ने आज बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए बोर्ड लगाया।

सबसे खास बात है ये है कि ये कनावनी गांव नोएडा विधानसभा में आता है यहाँ से गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह विधायक हैं और महेश शर्मा सांसद हैं जो कि केंद्र सरकार में मंत्री हैं।

अजीत रावत की रिपोर्ट 

 

Tags:    

Similar News