गाजियाबाद में टेम्पो चालक की मौत के मामले में चौकी इंचार्ज के खिलाफ केस दर्ज, सस्पेंड कर विभागीय जांच हुई शुरू
गाजियाबाद जिले में बीती 8 जनवरी को आधी रात को एक टेम्पो और साइकिल सवार में टक्कर हो गई। जिसके बाद पुलिस ने आपस में मामला रफा दफा कराने का प्रयास किया लेकिन इस दौरान टेम्पो चालक के परिजनों के मुताबिक उसके साथ मार पीट की गई। उसके बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया उसके कुछ घंटे बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। परिजन शव को लेकर सड़क पर बैठ गए। उसके बाद डीसीपी ट्रांस हिंडन ने बातचीत कर मामला सुलझाया।
अभी अभी डीसीपी डॉ दीक्षा शर्मा ने बताया कि मृतक धर्मपाल पुत्र शैतान सिंह निवासी कासगंज के परिजनों के द्वारा थाना इन्दिरापुरम पर एक तहरीर दी गई, जिसमें उचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। सम्बन्धित चौकी प्रभारी को निलम्बित करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत होने का आरोप लगाकर सोमवार को करीब साढ़े आठ घंटे शांति गोपाल अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान दो बार सीआईएसएफ रोड जाम की। पुलिस अधिकारियों ने उचित कार्रवाई और मुआवजा दिलाने का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। तहरीर के आधार पर कनावनी पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अमित कुमार, सिपाही रविंद्र व 2 अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ देर रात गैर इरादतन हत्या की FIR दर्ज करने की बात कही थी।
जबकि घटना पर समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से इस मामले को लेकर ट्वीट किया गया है। उसमें लिखा गया कि पार्टी मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद करेगी। मुख्यमंत्री आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेजें। वहीं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने घटना को बेहद शर्मनाक बताते हुए मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की है।