गाजियाबाद : स्कूल बस हादसे के मामले में सीएम योगी की बड़ी कार्यवाही, 2 ARTO, एक RI निलंबित
मोदीनगर में एक दर्दनाक हादसे में चौथी कक्षा के 10 वर्षीय छात्र अनुराग भारद्वाज की मौत हो गई थी
गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मोदीनगर में एक दर्दनाक हादसे में चौथी कक्षा के 10 वर्षीय छात्र अनुराग भारद्वाज की मौत हो गई थी। अब इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्यवाही की है। इस मामले में 2 ARTO, एक RI निलंबित किये गए हैं। वहीँ सीएम ने कहा है कि संबंधित परिवहन अधिकारी की जवाबदेही भी तय होनी चाहिए। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वहीँ स्कूल बसों की फिटनेस की जांच की जाए।
किस पर गिरी गाज
गाजियाबाद के ARTO सतीश कुमार और विश्वप्रताप सिंह निलंबित कर दिए गए हैं। साथ ही RI प्रेम सिंह को भी निलंबित किया गया है। इसके अलावा छात्र की मौत के मामले में पुलिस की जांच आज और तेज होगी, आज पुलिस RTO से स्कूल बस के बारे में जानकारी जुटाएगी साथ ही बस के मानकों को भी खंगाला जाएगा। आपको बता दें कि, छात्र की मौत के मामले में सीएम योगी ने संज्ञान लिया था।
क्या था मामला
दरअसल, दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के छात्र ने स्कूल की चलती बस से सिर निकाला और वह लोहे के गेट से टकरा गया। छात्र की मां ने स्कूल के मालिक और मोदी इंडस
के चेयरमैन उमेश कुमार मोदी, स्कूल के प्रधानाचार्य नेत्रपाल सिंह व बस चालक ओमवीर के खिलाफ रंजिश में हत्या करने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने प्रधानाचार्य व बस चालक को गिरफ्तार किया है। हादसा बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे स्कूल से 300 मीटर पहले हुआ। बस में सवार अन्य छात्रों के अनुसार अनुराग ने उल्टी करने के लिए सिर खिड़की से बाहर निकाला था। सिर बाहर निकलते ही लोहे के गेट से टकरा गया।
वहीं, अनुराग की मां ने बताया कि सुबह स्कूल से सूचना दी गई कि बच्चे को चोट लगने के बाद स्कूल ले जाया गया है। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनुराग मुरादाबाद में सीएमओ आफिस में तैनात नितिन भारद्वाज का इकलौता बेटा था।
स्कूल में पांच घंटे हंगामा, तोड़फोड़
छात्र की मौत के बाद परिजन शव लेकर स्कूल पहुंचे। उनके साथ बड़ी संख्या में लोग थे। इन लोगों ने हत्या का केस दर्ज करने की मांग लेकर हंगामा किया। तोड़फोड़ भी की गई। केस दर्ज होने के बाद लोग चालक को उनसे सुपुर्द किए जाने की मांग करने लगे। लगभग पांच घंटे हंगामे के बाद पुलिस अफसरों के समझाने पर शांत हुए।