IPS वैभव कृष्ण की टीम को मिला यूपी और दिल्ली पुलिस से ईनाम, खोड़ा पुलिस ने किया नाम रोशन
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के जनपद गाजियाबाद की सीमा देश की राजधानी दिल्ली से जुडती है. सीमा पर जिले के खोड़ा थाना की सीमा दिल्ली के मयूरविहार इलाके के थाना गाजीपुर से लगती है. इसी इलाके के कोंडली गाँव से एक व्यापरी के बेटे के अपहरण की गुत्थी सुलझाने का काम तत्कालीन एसएसपी गाजियाबाद वैभव कृष्ण की खोड़ा थाना पुलिस ने किया. तत्कालीन खोड़ा थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार की टीम ने तत्परता दिखाते अपह्रत व्यापारी के बेटे को सकुशल बरामद किया था.
इस बरामदगी को लेकर दिल्ली और एनसीआर में काफी चर्चा रही. यह काम 24 घंटे के अंदर करके दिखाया गया जबकि दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह से इस घटना का वर्क आउट करने में लगी थी. लेकिन खोड़ा थाना की क्राइम ब्रांच टीम ने यह कार्य बड़ी कुशलता से निपटा दिया जबकि दिल्ली के अशोकनगर थाने की पुलिस देखती रह गई. इस घटना का खुलासा तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने किया था.
इस खुलासे पर दिल्ली पुलिस ने खोड़ा पुलिस की टीम को पचास हजार का नकद पुरस्कार देने की सबसे पहले घोषणा की. उसके बाद अब उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक इस टीम को गणतन्त्र दिवस के दिन सम्मानित करेंगे. इस टीम में इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार, सिपाही अमित कुमार , सिपाही आसिफ और सिपाही अशोक कुमार को डीजी कमेंडेशन डिस्क सिल्वर अवार्ड मिलेगा.
थाना प्रभारी रहे धर्मेंद्र कुमार से जब इस बाबत बात हुई तो उन्होंने कहा कि इस बात की हम सब लोंगों को बेहद ख़ुशी है कि हमारी टीम को दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस के डीजीपी सर ने पुरस्कार दिया है. लेकिन इस पुरस्कार के असली हकदार तो हमारे तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण सर है. जिनकी कुशल रणनित और सजग नेत्रत्व के कारण यह मुकाम हमको मिला है. धर्मेंद्र कुमार अब जिले के निवाड़ी थाने के प्रभारी है.