राकेश टिकैत की सुरक्षा बढ़ाई गई, दो गनर और दिए गए
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को मिल रही लगातार धमकियों के मद्देनजर रखते हुए शासन ने उनकी सुरक्षा बढ़ाई है।
गाजियाबाद। कृषि कानून के विरोध में बीते सात महीने से दिल्ली की तमाम सीमाओं समेत यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांग अभी सरकार पूरी तरह नही मानी है बुधवार सुबह यूपी गेट पर किसान आंदोलन स्थल के अंदर किसानों और भाजपाइयों में नोकझोंक हो गई। किसानों का आरोप है कि भाजपाइयों ने उन्हें अपशब्द कहे, जबकि भाजपाइयों का आरोप है कि किसानों ने अभद्रता की है। भाजपाइयों का आरोप ये भी है कि किसानों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और कुछ गाड़ियों में ताेड़फाेड़ की।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को मिल रही लगातार धमकियों के मद्देनजर रखते हुए शासन ने उनकी सुरक्षा बढ़ाई है। शासन के आदेश पर मुजफ्फरनगर पुलिस लाइन से उन्हें दो और गनर उपलब्ध कराए गए हैं। अब तीन पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
बताया जाता है कि जिला प्रशासन ने अपनी ओर से रिपोर्ट प्रेषित कर दी थी कि राकेश टिकैत के पास पहले से ही सुरक्षाकर्मी दिया हुआ है। प्रदेश शासन ने उन्हें तो और सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। शासन के आदेश के बाद मुजफ्फरनगर पुलिस लाइन से राकेश टिकैत को दो सुरक्षाकर्मी उपलब्ध करा दिए गए हैं। मुजफ्फरनगर के पुलिस अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है।
राकेश टिकैत को उनके व्हाट्सएप पर अप्रैल और मई में गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी गई थी इस संबंध में कौशांबी थाने पर रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। साइबर सेल को इसकी जांच भी सौंपी गई है। नवंबर से किसान आंदोलन कर रहे राकेश टिकैत को सबसे पहले दिसंबर में फोन पर धमकी मिली थी।
इस मामले में पुलिस ने बिहार के भागलपुर से एक युवक मानव मिश्रा को गिरफ्तार किया था। अप्रैल में फिरोजाबाद के एक युवक को मोबाइल फोन की जांच के आधार पर राकेश टिकैत को धमकी देने के आरोप में पकड़ा गया था। बावजूद इसके मई में दोबारा धमकी दी गई थी, जिस पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।