कभी IPS, कभी SDM तो कभी बना दारोगा, फर्जी तरीके से की दो शादियां, गाजियाबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
आरोपी कभी एडीएम, कभी आईपीएस तो कभी इंस्पेक्टर होने का रौब दिखाकर लोगों को नौकरी का झांसा देता था।
उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने फर्जी IPS ऑफिसर अमित यादव उर्फ जोगेंद्र सिंह को एक महिला सहित गुरुवार को गिरफ्तार किया है। अमित कभी आईपीएस कभी एसडीएम तो कभी इंस्पेक्टर होने का रौब दिखाकर लोगों को नौकरी का झांसा देता था। गाजियाबाद में उसने कई लोगों को दिल्ली पुलिस और होमगार्ड में भर्ती कराने का झांसा देकर साढ़े 9 लाख रुपए ठगे थे। अमित पहले भी इसी तरह के फ्रॉड में दो बार साल-2011 और 2018 में जेल जा चुका है।
फिरोजाबाद का रहने वाला है अमित यादव उर्फ जोगेंद्र
कविनगर थाने के इंस्पेक्टर अमित कुमार ने बताया कि अमित यादव उर्फ जोगेंद्र सिंह मूल रूप से फिरोजाबाद जिले में सिरसागंज थाना क्षेत्र के गांव धौसाई का रहने वाला है। जबकि महिला अभियुक्त राजकुमार पत्नी करन सिंह गाजियाबाद में मसूरी क्षेत्र स्थित आकाश नगर की रहने वाली है।
अमित से कई फर्जी दस्तावेज, इंस्पेक्टर की वर्दी आदि सामान बरामद हुए हैं। मोबाइल से कई ऐसी तस्वीरें मिली हैं, जिसमें वो खुद को पुलिस अफसर बताकर लोगों को झांसे में लेता था। अमित ने हापुड़ के नीरज को दिल्ली पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर 7 लाख और कविनगर के फूल सिंह को होमगार्ड बनवाने के नाम पर ढाई लाख रुपए से ठगा था।
इन दोनों मामलों में गाजियाबाद पुलिस को उसकी तलाश थी। आरोपी ने गाजियाबाद में क्रॉसिंग रिपब्लिक एरिया के पते पर एक फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखा था।
- साल 2006 में अमित ने खुद को पुलिस कॉन्स्टेबल बताकर शादी की। सिपाही नहीं होने का पता चलने पर 2010 में शादी टूट गई और मैनपुरी पुलिस ने जेल भेज दिया।
- साल 2013 में अमित ने महिला सिपाही से दूसरी शादी कर ली और खुद को पिता की मृत्यु के बाद आश्रित कोटे से सब इंस्पेक्टर बताया। महिला ने खोजबीन की तो पता चला कि पिता की मृत्यु ही नहीं हुई है।
- 2015 में अमित उर्फ जोगेंद्र ने महिला सिपाही को बताया कि उसका चयन एसडीएम पद पर हो गया है और उसे मुरादाबाद में तैनाती मिली है।
- साल 2016 में अमित उर्फ जोगेंद्र ने IPS में चयन होने और 2017 में ट्रेनिंग पर हैदराबाद जाने की जानकारी दी।
- 26 अक्टूबर 2018 को अमित ने IPS की पॉसिंग आउट परेड में शामिल होने का नाटक भी किया।
- 29 अक्टूबर 2018 को खुद को IPS बताकर अमित ने इटावा जिले में स्वागत समारोह करवाए। इसमें कई इंस्पेक्टर भी शामिल हुए।
- 1 नवंबर 2018 को इटावा पुलिस ने वाहन चेकिंग में अमित को रोका। उसने खुद को IPS बताया। पुलिस को शक हुआ। सख्ती से पूछताछ हुई तो सारा मामला खुल गया। वहां से इसको जेल जाना पड़ा।
अमित यादव 12वीं पास है। वह फोटो एडिट करने वाले तमाम सॉफ्टवेयर के बारे में अच्छी जानकारी रखता है। कई एप के जरिए वो फोटो के चेहरे बदल देता है। कुछ ऐसा ही फ्रॉड करके अमित ने सबको IPS बनने का फोटो दिखाया था। एक तस्वीर में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चयनित हुए IPS ऑफिसर के साथ फोटो सेशन करा रहे हैं। इस तस्वीर में अमित ने एडिट करके अपना चेहरा लगा दिया।