एसएसपी गाजियाबाद बोले, "आप अगर खुद समझ जाते तो इसकी जरूरत ही क्या थी..."
गाजियाबाद जिले में जिस तरह एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कोरोना काल में जो जिम्मेदारी निभाई उसकी जितनी तारीफ़ की जाय कम होगी. जिस तरह से दिल्ली में फैली महामारी को काबू में रखना सिर्फ पुलिस की सख्ती के कारण ही हो सका है. जिस तरह जिले के कप्तान के आदेश को सर आँखों पर लेकर सिपाही से एएसपी तक के अधिकारीयों ने अपनी जी जान लगा दी है. क्योंकि आपकी सुरक्षा के साथ साथ उनको खुद भी सुरक्षित रहना होता है.
जिस तरह आज फिर एसएसपी ने बड़ी ही दिल को छूने वाली बात कही है. उन्होंने कहा है कि "आप अगर खुद समझ जाते तो इसकी जरूरत ही क्या थी...". मतलब हमें फ्लाइंग स्क्वाड का गठन नहीं करना पड़ता लेकिन आप है कि मानने को राजी ही नहीं है. इसलिए अब आपका चालान कहीं भी कभी भी हो सकता है यदि आपने फेस मास्क या फेस कबर नहीं लगाया है तो.
एसएसपी ने बताया है कि 18 थानों में बनाई गई फ्लाइंग स्क्वाड-रोजाना लगभग 100लोगों का कोविड अधिनियम में चालान-कभी भी-कहीं भी पहुंच कर करेंगी. मास्क अथवा फेस कबर ना लगाने वालों पर कार्रवाई के लिए.. माइक से अनाउंसमेंट करके जागरूक भी करेंगी. ताकि आप सुरक्षित रहें.
बता दें कि गाजियाबाद के एसएसपी चाहते है कि आप सुरक्षित रहें और आपका परिवार सुरक्षित रहे उसके बाद हम सब कोरोना से मिलकर जंग लड़ें जिसे जीतकर एक इतिहास रचें.