एसएसपी गाजियाबाद ने विक्रम जोशी की हत्या के बाद कसे पुलिस के पेच, दो थाना प्रभारी हटाये तो तीन चौकी इंचार्ज किये लाइन हाजिर
एसएसपी गाजियाबाद कलानिधि नैथानी ने पुलिस फोर्स की समीक्षा कर उठाए कड़े कदम स्पष्ट किया कानून व्यवस्था और अपराध के मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. एसपी सिटी और एसपी ग्रामीण को भी तत्परता से चौकी इंचार्ज और कॉन्स्टेबल लेवल तक ब्रीफिंग करने और सजग रहने और समय से निरोधात्मक कार्रवाई करने के लिए आदेशित किया है।
एसएसपी ने की कार्यवाही
क्षेत्राधिकारी प्रथम जिन्हें विक्रम जोशी हत्याकांड की जांच सौंपी गई थी उन्होंने जांच के क्रम में अवगत कराया कि 'उपरोक्त मामले में थानाध्यक्ष विजयनगर की ,16 तारीख से लेकर (जब विवाद उत्पन्न हुआ था और परस्पर आरोप लगाए गए थे) , 20 तारीख तक (जब हत्या हुई थी) मामले में उचित पर्यवेक्षण की कमी पाई गई है और समय से निरोधात्मक एवं वैधानिक कार्रवाई न करना पाया गया है' इस लापरवाही के लिए इनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की सुदृढ़ विवेचना के लिए विवेचना को थाना विजयनगर से हटाकर थाना कोतवाली स्थानांतरित किया गया है।
इंस्पेक्टर विजय नगर के निलंबन के क्रम में थानाध्यक्षों में किया फेरबदल
शिकायत प्रकोष्ठ प्रभारी देवेंद्र बिष्ट को विजयनगर थाना प्रभारी बनाया गया एवं गैर जनपद से आए इंस्पेक्टर कृष्ण गोपाल शर्मा को थानाध्यक्ष सिहानी गेट बनाया गया इंस्पेक्टर सिहानी गेट , दिलीप बिष्ट को पुलिस लाइंस भेजा गया।
दिलीप बिष्ट के डेढ़ माह के कार्यकाल में अपराध नियंत्रण की कमी के चलते जिसमें वैगनआर लूट ,विभिन्न छिनैतीयां और अपहरण आदि मामले घटित होना पाए गए हैं जिस कारण उनको लाइन हाजिर किया गया है।
कई दुकानों में चोरी के लिए चौकी इंचार्ज शास्त्री नगर लाइन हाजिर हाल-फिलहाल चिरोड़ी में हुए आपराधिक घटना के लिए चौकी इंचार्ज चिरोड़ी भी लाइन हाजिर मोरटा क्षेत्र में गत कुछ माह में हुए आपराधिक मामलों में चौकी इंचार्ज मोरटा भी लाइन हाजिर।
एसएसपी से कलानिधि नैथानी ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था और अपराध के संबंध में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी वही सभी अधिकारी और थानाध्यक्षों की रात्रि 10:00 बजे मीटिंग बुलाई गई है। जनपद में सात क्षेत्राधिकारी में से 4 क्षेत्राधिकारी ऐसे हैं जिनके जनपद में तैनाती के 3 वर्ष का निर्धारित कार्यकाल पूर्ण हो चुके हैं(/समीप है) उनको भी सचेत किया है कि जब तक स्थानांतरण आदेश नहीं आता है तब तक पूर्ण मनोयोग से कार्य करें हिला हवाली ना बरतें।