गाजियाबाद में छात्र की मकान मालिक ने हत्या कर शव के 4 टुकड़े कर गंगनहर में फेंका
ग़ाजियाबाद : मकान मालिक ने कारोबार के लिए किराएदार से उधार में लिए गए ₹ 60 लाख रुपए चुकाने ना पड़े इसके लिए उसने पीएचडी कर रहे छात्र की हत्या कर उसके शवो को 4 टुकड़ो में काटकर गंगनहर में बहा दिया और फिर उसके खाते से 40 लाख रुपये भी निकाल लिए। मोदीनगर में रहने वाले अंकित खोकर के माता पिता नही है वो मोदीनगर में एक मकान में किराए पर रहता था। मकान मालिक ने उसकी 6 अक्टूबर को हत्या कर दी और उसके शव को 4 टुकड़ो में काटकर गंगनहर में बहा दिया।
इस मामले में मकान मालिक उमेश शर्मा सहित 6 लोग हिरासत में लिए गए है। उमेश लखनऊ डॉक्टर के बी.आर. आंबेडकर यूनिवर्सिटी में पीएचडी की फ़ाइल सबमिट किये जाने के बाद तीन महीने से मोदीनगर के राधा एन्क्लेव में किराए के मकान में रह रहा था। उसकी बागपत में बक्की पुश्तैनी जमीन से उसके खाते में करीब डेढ़ करोड़ की रकम आयी थी। जिसके लालच में उसके मकान मालिक ने हत्या करवा दी।
दोस्त ने की गुमशुदगी की शिकायत तो खुला राज।
मृतक अंकित खोखर के दोस्त रूपेश उससे लगातार व्हाट्सअप चैट करते थे। वो चैट पर तो बात करता लेकिन फोन नही उठाता था। साथ ही चैट के मेसेज में जो मैसेज लिखता था उसकी स्पेलिंग मिस्टेक देखकर ये अंदाज लग गया था कि कोई और है जो अंकित का फोन चला रहा है। मोदीनगर थाने पहुँचकर रूपेश ने पाया कि अंकित का कोई पता नही है । तब जाकर उसने में मोदीनगर थाने में 12 दिसंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
हत्या करने के बाद भी मृतक का इसलिए चलाते रहे फोन
अंकित की हत्या करने के बाद भी मकान मालिक उमेश उसके फोन को तकरीबन 2 महीने तक चलाता रहा इस दौरान हो दोस्तों से चैट भी किया करता था ताकि किसी को कोई शक भी ना हो असल में फोन चलाने के पीछे का मुख्य मकसद अंकित के खाते में पड़े पैसों को ट्रांसफर करना था जानकारी के मुताबिक अंकित के फोन पर इंटरनेट बैंकिंग मौजूद थे और उसी के जरिए उन्होंने पिछले 2 महीनों में उसे खाते में पड़े 40 लाख रुपए भी ट्रांसफर कर लिए। शिकायत मिलने के बाद जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि अंकित के खाते में केवल ₹10 लाख ही बचे हैं।
फील्ड यूनिट की टीम ने अंकित के कमरे से इकट्ठा किये सबूत।
अंकित की हत्या कर शव फेंके जाने के 2 महीने बाद मामले का खुलासा हुआ है ऐसे में पुलिस की कई टीमें अंकित केशव की तलाश में जुटी है वहीं डीसीपी ग्रामीण डॉक्टर इरज राजा ने बताया कि सबूत इकट्ठा करने के लिए फील्ड यूनिट की फॉरेंसिक टीम अंकित के कमरे की जांच पड़ताल की है वहां कुछ खून के निशान और बाल के टुकड़े पुलिस को मिले हैं।