गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में दसवीं के एक छात्र ने स्कूल और पढ़ाई से छुटकारा पाने के लिए आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले अपने दोस्त की हत्या कर दी। आखिरी बार दोनों को साथ देखे जाने पर पुलिस को आरोपी पर शक हुआ। पूछताछ करने पर आरोपी ने बेबाकी से अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि स्कूल से बचने के लिए उसने जेल जाने की योजना बनाई थी।
इसी के तहत उसने गला दबाकर दोस्त की हत्या कर दी। मसूरी थानाक्षेत्र के ननकागढ़ी में रहने वाले राज मिस्त्री विनोद का बेटा नीरज आठवीं कक्षा में पढ़ता था। पड़ोस में ही रहने वाला 16 वर्षीय और दसवीं कक्षा का छात्र उसका दोस्त था। सोमवार करीब चार बजे हत्यारोपी किशोर, नीरज को घर से घूमने के बहाने अपने साथ ले गया।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के बराबर में स्लैब पर ले जाकर उसने नीरज की गला दबाकर हत्या कर दी। नीरज बेसुध होकर गिर गया, जिसके बाद हत्यारोपी छात्र मौके से फरार हो गया। उधर, राहगीरों ने किशोर को पड़ा देख पुलिस को इसकी सूचना दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस नीरज को पास के अस्पताल में लेकर पहुंची,
जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मसूरी थाना एसएचओ रविंद्र चंद पंत ने बताया कि नीरज को आखिरी बार पड़ोसी किशोर के साथ देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने उसे घर के बाहर से घूमते हुए पकड़ लिया। एसएचओ ने बताया कि हत्यारोपी से पूछताछ के बाद पता चला है
कि हत्यारोपी किशोर पढ़ाई नहीं करना चाहता था और स्कूल से छुटकारा पाने के लिए उसने जेल जाने की योजना बनाई। इसी के चलते उसने नीरज की हत्या कर दी। छात्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।