भारत का पहला ऐसा ट्रेन सिस्टम होगा जिसमें ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी!
This will be India's first train system in which the train will run at a speed of 160 km per hour.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मार्च 2019 में दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी. 82 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट के जून 2025 तक पूरा होने जाने की उम्मीद है. ये दिल्ली,गाजियाबाद और मेरठ को कनेक्ट करेगी.
इस कॉरिडोर का प्लान रैपिड X प्रोजेक्ट के तहत किया गया है. जिसके मैनेजमेंट की जिम्मेदारी नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन यानी NCRTC की होगी. NCRTC का दावा है कि ये भारत का पहला ऐसा ट्रेन सिस्टम होगा जिसमें ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी
पहले खंड में रैपिड रेल साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच चलेगी. ये रूट 17 किलोमीटर लंबा है. इस रूट पर 5 स्टेशन होंगे, जिसमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं. यात्री मोबाइल और कार्ड के माध्यम से भी टिकट खरीद सकेंगे.
रेल कोच के आखिरी डिब्बे में स्ट्रेचर का इंतजाम किया गया है. अगर किसी मरीज को मेरठ से दिल्ली रेफर किया जाता है तो इसके लिए एक अलग कोच की व्यवस्था है, ताकि कम कीमत में मरीज को पहुंचाया जा सके. दिव्यांगों के लिए अलग सीट्स तैयार की गई है, जिन्हें इस्तेमाल न होने की सूरत में मोड़ा जा सकेगा।
इस ट्रेन की सीटें बेहद आरामदायक बनाए गए हैं. ट्रेन में एडजेस्टेबल चेयर है इसके साथ ही खड़े होने वाले यात्रियों के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. ट्रेन में वाईफाई की सुविधा, मोबाइल-यूएसबी चार्जर भी होंगे.
डीपीआर के अनुमान के मुताबिक, ट्रेन में किराया करीब 2 रुपये प्रति किमी होगा. दिल्ली मेट्रो की सात लाइनों पर रैपिड लाइन की कनेक्टिविटी होगी. इसे मुनिरका, आईएनए और एरोसिटी से जोड़ा जाएगा.
आरआरटीएस प्रोजेक्ट के मुताबिक पूरे कॉरिडोर के साथ 24 स्टेशन बनाए जाएंगे. एजेंसी का अनुमान है कि प्रोजेक्ट 2025 में पूरा हो जाएगा तो रोजाना 8 लाख यात्री इससे सफर कर सकेंगे. दिल्ली से मेरठ पहुंचने में एक घंटे का वक्त लगेगा.
दिल्ली से मेरठ के बीच पूरे रुट के निर्माण के बाद कुल 30 रैपिड ट्रेनों को चलाने की तैयारी है. गाजियाबाद के दुहाई यार्ड में रैपिड रेल कॉरिडोर का ऑपरेशन एंड कमांड कंट्रोल सेंटर तैयार किया जा रहा है.
सरकार ने ऐसी ही आठ लाइन की पहचान की है जिनका विकास RRTS प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा. फर्स्ट फेज़ में तीन कॉरीडोर का निर्माण NCRTC करेगी. ये होंगे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-गुड़गांव-निमराणा-अलवर और दिल्ली-पानीपत.
बाकी बचे पांच कॉरिडोर जहां ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी वे हैं-दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लबगढ़-पलवल, गाजियाबाद-खुर्जा, दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक, गाजियाबाद-हापुड़ और दिल्ली-शहदरा-बड़ौत.
अरुण चंद्रा