UP के "गाजीपुर" का नाम बदले की उठी मांग, बीजेपी नेता ने डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंपते ही नये नाम से भी कराया अवगत
देव दीपावली के दिन फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया. अयोध्या के नामकरण के बाद अब बस्ती जिले का नाम बदलने की तैयारी की जा रही है
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यकाल संभालने के बाद कई जिलों के नाम बदले हैं. इसके अलावा इसी कतार में प्रदेश के 13 जिले और भी शामिल हैं, जहां स्थानीय लोगों और नेताओं की तरफ से लगातार उन जिलों का नाम बदलकर पुराना गौरव वापस करने की मांग की जा रही है. अब गाजीपुर का प्राचीन गौरव फिर से लौटाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव ने गाजीपुर का नाम गाधिपुरी करने की मांग की है. उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को अनुरोध पत्र भेजा है।
BJP के प्रदेश सह मीडिया प्रमुख नवीन श्रीवास्तव ने गाजीपुर जिले का नाम बदलने की मांग की है. उन्होंने गाजीपुर जिले का नाम गाधिपुरी करने की मांग की है. इसे लेकर नवीन श्रीवास्तव ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य से मिलकर पत्र भी सौंपा है. भाजपा नेता के अनुसार प्राचीन काल के महर्षि विश्वामित्र के पिता राजा गाधि के नाम से ये गाधिपुरी विख्यात था. मुस्लिम आक्रांता मुहम्मद बिन तुगलक के सिपहसालार सैयद मसूद अल हुसैनी ने हिंदू राजा मांधाता को हराकर इस नगर पर कब्जा कर लिया था. इस जीत के बाद उसे 'गाजी' की उपाधि दी गई और गाधिपुरी का नाम बदलकर गाजीपुर कर दिया गया. मांग है कि उसे पुनः गाधिपुरी नाम से स्थापित किया जाए।
उत्तर प्रदेश सरकार ने मुगलसराय जिले का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर, इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया तो वही इलाहाबाद के नाम जितने भी रेलवे स्टेशन थे सब का नाम बदल दिया गया है। जबकि देव दीपावली के दिन फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया. अयोध्या के नामकरण के बाद अब बस्ती जिले का नाम बदलने की तैयारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले का नाम बदलकर वशिष्ठ नगर करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने सरकार को रिपोर्ट भेजी है. जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया है कि बस्ती जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव राजस्व बोर्ड को भेजा गया है और नाम बदलने पर एक करोड़ रुपए का खर्च आएगा।