हरदोई : सपा ने हिस्ट्रीशीटर को बनाया जिलाध्यक्ष, BJP का तंज- यही है सपा का चरित्र और चेहरा
सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष उत्तम पटेल ने नए जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी है. समाजवादी पार्टी की तरफ से नियुक्त किए जिलाध्यक्षों में हरदोई से आपराधिक छवि वाले वीरे यादव को सपा ने अपना नया जिलाध्यक्ष बनाया है. हिस्ट्रीशीटर वीरे यादव को जिलाध्यक्ष बनाए जाने पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्रा ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का यही चरित्र और चेहरा है. समाजवादी पार्टी अपराधियों की पोशक है. यहां जितना बड़ा अपराधी, उतना बड़ा उसे इनाम मिलता है. सपा अपराधियों के सहारे सत्ता वापसी के सपने देख रही है, ये सपना कभी पूरा होने वाला नहीं है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने नवनियुक्त जिलाध्यक्षों की सूची जारी की, जिसमें हरदोई के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष वीरे यादव का नाम शामिल है. वीरे यादव के खिलाफ हरदोई, कन्नौज और फर्रुखाबाद जिले में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. वीरे के खिलाफ सन 1988 में जिले के थाना कोतवाली देहात में चोरी का पहला मामला दर्ज हुआ था, जिसके बाद वीरे के मुकदमों की फेहरिश्त लंबी होती चली गई. थाना अरवल के बरगदापुर गांव के रहने वाले सपा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष वीरे यादव थाने के हिस्ट्रीशीटर अपराधी हैं.
उनके खिलाफ जिले के कई थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी, अपहरण, रंगदारी, गैंगस्टर, दलित उत्पीड़न और गुंडा एक्ट जैसे तकरीबन 28 संगीन मामले दर्ज हैं. ऐसे में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले वीरे यादव पर समाजवादी पार्टी ने दांव लगाकर अपना नया जिलाध्यक्ष घोषित किया है. ऐसे में गुंडों माफियाओं को संरक्षण देने के आरोपों से घिरी रहने वाली समाजवादी पार्टी ने हिस्ट्रीशीटर को जिलाध्यक्ष बनाकर बीजेपी को हमला करने का एक और मौका दे दिया है.
इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष सौरभ मिश्रा ने प्रतिक्रिया दी. उत्तर कहा कि यही समाजवादी पार्टी का असली चेहरा है. यही उनका असली चरित्र है. उनकी कथनी और करनी का जो भेद है, वह सपा जिलाध्यक्षों की घोषणा हो रही है खासकर हरदोई में जो जिलाध्यक्ष की घोषणा है उसमें प्रदर्शित हो रही है, समाजवादी पार्टी जब आगे बढ़ी आपने देखा होगा माफियाओं को राजनीति में इंट्री देने का काम उन्होंने ही किया, भ्रष्टाचारियों को राजनीति में इंट्री देने का काम उन्होंने ही नहीं किया.
अपराधियों को शरण देने का जो कल्चर आया था राजनीति में माफियाओं का भ्रष्टाचारियों का उन सबका कल्चर समाजवादी पार्टी ने ही शुरू किया था, क्योंकि वह भय की राजनीति करते रहे हैं,भय से सत्ता हासिल करते रहे हैं,आज जो जिलाध्यक्ष की वो घोषणाएं कर रहे हैं और खासकर आज जो हरदोई में जिलाध्यक्ष की घोषणा की है जिस पर दो दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं,यही उनका असली चरित्र है.
समाजवादी पार्टी पर गुंडों माफियाओं को पुष्पित पल्लवित कर संरक्षण देने के आरोप लगते रहे हैं. कई गुंडे माफिया तो समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद और विधायक भी बने चुके हैं. ऐसे में सपा की पूर्ववर्ती सरकारों में गुंडों माफियाओं को संरक्षण देकर उत्पीड़न के आरोप भी जगजाहिर हैं. बीजेपी समाजवादी पार्टी को तत्कालीन सपा सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर घेरने की कोशिश करती है.
ऐसे में गुंडों माफियाओं को संरक्षण देने के आरोपों से घिरी रहने वाली समाजवादी पार्टी के हिस्ट्रीशीटर वीरे यादव को जिलाध्यक्ष बनाए जाने को लेकर सपा एक बार फिर विवादों में घिर गई है. सपा का हिस्ट्रीशीटर वीरे यादव पर दांव लगाने का यह फैसला उल्टा पड़ेगा या कारगर साबित होगा यह जरूर देखने वाली बात होगी. फिलहाल, बीजेपी सपा के इस फैसले को लेकर हमलावर है और इसे सपा का चरित्र बता रही है।