यूपी के मंत्री के काफिले ने दलित किसान की फसल रौंद दी, किसान मंत्री के पाँव पकड़कर गुहार लगाई, लेकिन !

मंत्री को किसान की परेशानी से क्या जरा भी दया नहीं आई!

Update: 2017-10-28 05:18 GMT
उत्तर प्रदेश जालौन जिले के उरई संभाग में जिला प्रभारी मंत्री जयकुमार सिंह जैकी के काफिले ने एक दलित किसान की तीन बीघे सरसों की फसल रौंद डाली. इसके बाद जब किसान अपनी बर्बाद फसल के लिए मंत्री के सामने गिड़गिड़ाया तो इस पर भाजपा नेताओं ने उसे सिर्फ चार हजार रुपये बतौर मुआवजा थमा दिए. मामला उरई शहर के बघौरा बाईपास का है. यहां नगर पालिका प्रशासन ने बुधवार को गौशाला निर्माण कराए जाने के लिए भूमि पूजन में जिले के प्रभारी मंत्री/कारागार राज्यमंत्री जयकुमार सिंह जैकी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था. इसी भूखंड के बगल में दलित किसान देवेंद्र दोहरे का तीन बीघे खेत है, जिसमें उसने कर्ज लेकर सरसों की फसल बोई थी.
मंच तक पहुंचने की हड़बड़ाहट में मंत्री और उनके काफिले में शामिल तीन दजर्न गाड़ियों ने दलित किसान की पूरी फसल रौंद दी और वहीं गाड़ियों की पार्किंग करा दी गई. जब किसान को पता चला, तो वह मंच पर पहुंचकर मंत्री के पैरों पर गिर गिड़गिड़ाने लगा, लेकिन मंत्री जी नहीं पसीजे.

कार्यक्रम खत्म होने के बाद नष्ट फसल की मीडियाकर्मी जब फोटो लेने लगे, तब भाजपा नेताओं ने चंदा करके पीड़ित किसान को महज चार हजार रुपये बतौर मुआवजा थमाकर मामले को ठंडा करने की कोशिश की.
पीड़ित किसान देवेंद्र दोहरे ने शुक्रवार को बताया कि उसने कर्ज लेकर अपने तीन बीघे खेत में सरसों की फसल बोई थी और हाल ही में पांच हजार रुपये का पानी खरीद कर सिंचाई की थी, जिसे मंत्री के काफिले ने रौंद कर बर्बाद कर दिया है.

उसने बताया कि उसके पास केवल तीन बीघे ही कृषि भूमि है, जिस पर उसे तीस से चालीस हजार रुपये की फसल पैदा होने की उम्मीद थी. उसने कहा, "मैं मंत्री जी के पैरों पर गिरा, मगर मंत्री जी कुछ नहीं बोले. बाद में स्थानीय भाजपा नेताओं ने चंदा कर मुझे सिर्फ चार हजार रुपये देकर शांत रहने को कहा."
वहीं इस मामले में फिलहाल मंत्री की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

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