कानपुर। सीएए एनआरसी और एनपीआर के विरोध में पूरे देश में हिंसा का माहाैल व्याप्त है। ऐसे में कानपुर सहित कई अन्य जिलों में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हिंसा भड़काने वोले पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पीएफआई पर कानपुर के बाबूपुरवा और यतीमखाना में हिंसा भड़काने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक कानपुर में पकड़े गए पीएफआई के सदस्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम का विरोध करने के लिए एकत्र हुए थे।
एसएसपी अनंत देव ने बताया कि सेंट्रल एजेंसियों से इनपुट मिला था कि कानपुर में हो रहे बवाल के पीछे पीएफआई का हाथ है. पीएफआई ने इसके लिए यहां मोटी रकम खर्च की है. जांच में इनपुट पुख्ता हो गया, चरमपंथी संगठन के कुछ बैंक अकाउंट पर पुलिस की नजर में हैं।
एसएसपी के मुताबिक मोहम्मद अली पार्क में चल रहे धरना-प्रदर्शन में भी पीएफआइ का धन प्रयोग हो रहा है दोनों संगठनों के लोगों ने पहले ही हिंसा की साजिश रच ली थी। इसमें बाहरी लोग भी शामिल हैं। इन बाहरी लोगों को सर्विलांस, वीडियो फुटेज, फोटो व अन्य माध्यमों के जरिये पहचानने की कोशिश की जा रही है। पिछले दिनों कानपुर में दो दिन हुई हिंसा में दो दरोगा समेत कुल 42 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।