कानपुर: कानपुर में एमएससी छात्रा की हत्या कर दी गई है. इस हत्या से कानपुर पुलिस प्रशासन पर नारी सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि जिले में पिछले 6 महीने में अबतक एक दर्जन लड़कियों और महिलाओं की हत्याएं हो चुकी है. पुलिस एक पैनल द्वारा मृतका का पोस्टमार्टम करा रही है. कानपुर के रेल बाजार इलाके में रहने वाली अंशिका यादव एमएससी की छात्रा है. 19 वर्षीय अंशिका के पिता सुदर्शन एक प्राइवेट फार्म में काम करते हैं. बुधवार को अंशिका योगी सरकार की ओर से दिए जा रहे लैपटॉप मिलने की जानकारी के लिए 11 बजे कॉलेज गई थी, लेकिन उसके बाद लौट कर नहीं आई.
अंशिका का फोन भी रिसीव नहीं हुआ. रात को घरवालों को किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर बताया आपकी लड़की की बॉडी पुल के नीचे पड़ी है. घरवाले उसे लेकर हॉस्पिटल गए लेकिन वह मर चुकी थी. उसके गले पर काले निशान थे. उसकी हत्या करके पुल के नीचे फेंक दिया गया था. अंशिका के दोनों पैर की अंगुलिया कटी थी. इससे लगता है कि अंशिका को मारने से पहले उसके पैरों को बांधा गया होगा. अंशिका बहुत होनहार लड़की थी. उसकी मौत से पूरा परिवार रो-रोकर बेहाल है. अंशिका के भाई आरएन यादव का कहना कि बहन कॉलेज में लैपटॉप के लिए गई थी, उसका फोन नहीं उठा तो हमने सोचा लैपटॉप ले रही होगी, फिर शाम तक उसका फोन नहीं उठा.
भाई आरएन यादव ने कहा कि रात को किसी ने फोन उठाकर बताया कि उसके बॉडी पुल के नीचे पड़ी है. अंशिका की मां उसे गुड़िया तरह प्यार करती थी. वह बस एक बात कह रही हैं कि मेरी बेटी ने किसी का क्या बिगड़ा, मुझे न्याय चाहिए. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके पूछताछ शुरू कर दी है. अंशिका की हत्या के बाद अब कानपुर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. पिछले 6 महीने में जिले में एक दर्जन से ज्यादा महिलाओं और लड़कियों की हत्या हो चुकी है. इसी 2 दिसंबर को नौबस्ता में घर में घुसकर एक महिला की हत्या की गई थी.