कानपुर के चर्चित बिकरू कांड की एसआईटी जांच में दोषी पाए गए 48 पुलिसकर्मियों को नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने को कहा गया है।उनके जवाबों की पड़ताल के बाद शासन उन पर आगे कार्रवाई की रूपरेखा तय करेगा। वहीं, जांच अधिकारियों ने दोषी पुलिसकर्मियों के कार्यकाल का रिकॉर्ड भी खंगालना शुरू कर दिया है।
इसमें साबित हो रहा है कि विकास दुबे व उसके गैंग के सदस्यों के शस्त्र लाइसेंस बनवाने में इनकी मिलीभगत रही है। एसआईटी ने पहले 37 पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया। इसमें इंस्पेक्टर, दरोगा और सिपाही शामिल हैं।
इसके अलावा 11 सीओ को भी दोषी ठहराया है। सीओ की जांच एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार कर रहे हैं। वहीं 23 पुलिस कर्मियों की जांच एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल के पास है। अन्य दोषी अफसरों की जांच डीआईजी कर रहे हैं। पुलिस कर्मियों को नोटिस भेजकर जल्द से जल्द पक्ष रखने को कहा गया है। दो सीओ समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मियों का पता नहीं
दो सीओ जो बिल्हौर में 1997 में तैनात रहे, उनके बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। ये भी जानकारी मिली है कि एक-दो पुलिसकर्मी रिटायर्ड भी हो चुके हैं। इन्हें भी नोटिस भेजा जाएगा।