चाभी वाले शिवपाल का ऐलान, ताला खोलूँगा तभी बनेगी देश में सरकार
घरेलू कलह की वजह से शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी छोड़ी थी तो फैन्स एसोसिएशन 65 जिलों में सक्रिय हो चुका था. प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में हमारे बड़ी संख्या में जमीनी कार्यकर्ता हैं. यह कार्यकर्ता प्रसपा के लिए दिन रात काम कर रहे हैं.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) को चुनाव आयोग ने सोमवार को चुनाव चिन्ह 'चाबी' प्रदान किया है. प्रसपा कार्यकर्ताओं में चुनावी सिम्बल चाबी पाकर ख़ुशी का माहौल बना हुआ है. शिवपाल सिंह यादव फैन्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष और प्रसपा के सचिव आशीष चौबे का कहना है कि सत्ता की चाबी अब शिवपाल यादव यानी हमारे पास है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के कई छोटे दल हमारे संपर्क में हैं और आने वाले वक्त में शिवपाल सिंह यादव इन दलों के साथ बात-मुलाकात करेंगे. कांग्रेस के साथ भी गठबंधन पर विचार किया जाएगा. उसके बाद हम अपना लोकसभा में चुनाव लड़ने की रणनीति का खुलासा करेंगे.उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में प्रसपा की चाबी के बिना किसी भी सरकार की कल्पना नहीं की जा सकती है. सत्ता का ताला प्रसपा की चाबी से ही खुलेगा इस बात को सभी विपक्षी पार्टियों को मानना पड़ेगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में इसका नमूना भी देखने को मिल जाएगा.
प्रसपा को चुनावी सिम्बल मिलने के बाद कानपुर में प्रसपा के कार्यक्रताओं ने जश्न मनाया .एक दूसरे का मिठाई खिलाकर गले मिले. शिवपाल सिंह यादव फैन्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष चौबे ने कहा कि मकर संक्रांति के मौके पर चुनाव का सिम्बल मिला है यह पार्टी के लिए बहुत ही शुभ संकेत है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. प्रसपा के एक-एक कार्यकर्ता ने कमर कस ली है. जिस तरह से हमने तीन माह में पूरे प्रदेश में संगठन खड़ा कर दिया है उसी तरह से हमारा लोकसभा चुनाव में परफार्मेंस भी रहेगा.
उन्होंने कहा कि जब घरेलू कलह की वजह से शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी छोड़ी थी तो फैन्स एसोसिएशन 65 जिलों में सक्रिय हो चुका था. प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में हमारे बड़ी संख्या में जमीनी कार्यकर्ता हैं. यह कार्यकर्ता प्रसपा के लिए दिन रात काम कर रहे हैं. हमारी बूथ कमेटियां तक तैयार हो चुकी हैं. प्रदेश की कार्यकारिणी भी बन चुकी है. जिसमें प्रदेश के जाने माने चेहरे शामिल किये गये है. शिवपाल यादव जमीन से जुड़कर काम करने वाले नेता माने जाते है. शिवपाल जहाँ जाते है वहां कार्यकर्ताओं का हुजूम लग जाता है.