यूपी पुलिस के हाथों एनकाउंटर में मारे गए दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के परिवार से जुड़ी एक फर्जी खबर सोमवार शाम को सोशल मीडिया पर वायरल हुई. दरअसल सोमवार शाम को विकास दुबे के पिता राम कुमार दुबे की हार्ट अटैक से मौत की खबर कुछ समाचार ग्रुपों में शेयर हुई थी, जिसके बाद यह खबर तेजी से शेयर की जाने लगी. हालांकि जब इसकी पड़ताल की गई तो यह खबर पूरी तरह गलत और झूठी निकली. बिल्हौर कोतवाली के सीओ संतोष सिंह ने भी इस खबर का खंडन किया है.
संतोष सिंह ने कहा कि वॉट्सएप पर फैली विकास दुबे के पिता के मौत की खबर पूरी तरह से अफवाह है. आपको बता दें कि कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने के सात दिन बाद गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार को पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था. इससे पहले पुलिस ने विकास दुबे के कई साथियों को भी मार गिराया था.
बिकरू गांव में पुलिस पर चलवाई थी गोली
बता दें कि कानपुर से सटे बिकरू गांव में दो और तीन जुलाई की दरमियानी रात पुलिस और विकास दुबे के गिरोह के बीच खूनी मुठभेड़ हुई थी. विकास दुबे के गुर्गों ने जेसीबी मशीन लगाकर पुलिस का रास्ता बंद कर दिया था. जैसे ही पुलिसवाले आगे बढ़े तो पहले से छतों पर तैनात उसके गुर्गों ने तीन तरफ से फायरिंग शुरू कर दी थी, जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. विकास दुबे के खिलाफ 60 एफआईआर दर्ज हैं. 2001 में विकास दुबे ने मंत्री संतोश शुक्ल का कत्ल कर दिया था.
यहां आपको बता दें कि कानपुर गोलीकांड के बाद फरार हुए विकास दुबे के खिलाफ जब पुलिसिया कार्रवाई शुरू हुई. उस वक्त विकास दुबे के पिता ने कहा था कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है. विकास दुबे के पिता ने कहा था, 'हम जानते ही नहीं कि हमारे बेटे ने ऐसा अपराध किया. दुबे (बेटा) अपराधी होता तो अब तक एनकाउंटर कर दिया गया होता.'