UP: सीनियर IAS अधिकारी के घर लगी 'कट्टरता की पाठशाला', धर्मांतरण का लग रहा है आरोप, डिप्टी सीएम बोले- जांच होगी

Update: 2021-09-28 04:27 GMT

कानपुर : यूपी में धर्मांतरण केस में मौलाना सिद्दीकी की गिरफ्तारी के बाद धर्म बदलवाने गैंग के खिलाफ चल रही बीजेपी सरकार की कार्रवाई के बीच एक सीनियर आईएएस के तीन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वीडियो कथित तौर पर यूपीएसआरटीसी अध्यक्ष इफ्तिखारुद्दीन की बताई जा रही हैं. वीडियो में आईएएस धर्मांतरण के फायदे गिनाते नजर आ रहे हैं. कानपुर के कर्मचारी नेता भूपेश अवस्थी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की है. वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने मामले में कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि 'स्पेशल कवरेज न्यूज़' इस वायरल वीडियो या फोटो की पुष्टि नहीं करता हैं.

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कानपुर तथा उन्नाव दौरे के समय मुझे कुछ लोगों ने इस प्रकरण के बारे में जानकारी दी। अभी मैं इसके बारे में और पता कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि यह गंभीर प्रकरण है। हम इसकी तह में जाएंगे और गंभीरता से मामले की जांच कराएंगे। अगर इसमें आइएएस अफसर से जुड़ा कुछ भी सामने आता है तो हम कार्रवाई जरूर कराएंगे। कानपुर के पुलिस कमिश्नर, असीम अरुण ने कहा कि वरिष्ठ आइएएस इफ्तिखारुद्दीन से जुड़े कई वायरल वीडियो संज्ञान में आए हैं। जांच कराई जा रही है।

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष पद पर लखनऊ में तैनात मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन लम्बे समय तक कानपुर में रहे। कानपुर में मंडलायुक्त के साथ ही वह श्रम आयुक्त भी रहे। इस दौरान उनके सरकारी आवास पर मतांतरण की काफी तकरीरें होने का प्रकरण सामने आ रहा है। वरिष्ठ आइएएस अफसर के मतांतरण गैंग से कनेक्शन होने पर प्रदेश में खलबली मची है। मतांतरण को लेकर वरिष्ठ आइएएस अफसर मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन से जुड़े कई वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हैं। इन वीडियो में उनकी मौजूदगी में मतांतरण गैंग के लोग इस्लाम के फायदे बताते दिख रहे हैं। इसी में कई समर्थक मतांतरण की बातें कर रहे हैं। इनकी कानपुर में तैनाती के दौरान के वीडियो सामने आने के बाद भाजपा नेता ने शिकायत कर कार्रवाई की मांग भी की है।

इंटरनेट मीडिया पर वायरल कई वीडियो में वह अपने सरकारी आवास पर मुस्लिम धर्म को लेकर तकरीरें पढ़ते नजर आ रहे हैं। वीडियो में उनके साथी मतांतरण की बातें कर रहे हैं। मोम्मद इफ्तिखारुद्दीन 17 फरवरी 2014 से 22 अप्रैल 2017 तक कानपुर के मंडलायुक्त रहे। वह श्रमायुक्त का पदभार संभाल चुके हैं। उनसे जुड़े जो आधा दर्जन वीडियो वायरल हो रहे हैं। वह उस समय तो कानपुर के मंडलायुक्त थे।

वायरल वीडियो में इफ्तिखारुद्दीन कहीं वक्ता तो कहीं श्रोता बने हैं। जिस वीडियो में वह श्रोता बने हैं, उसमें मुस्लिम धर्म का एक जानकार मतांतरण पर बोल रहा है और वह सबसे आगे बैठकर उसकी तकरीर ध्यान से सुन रहे हैं। मुस्लिम जानकार हिंदू धर्म को लेकर बातें करके मतांतरण के लिए उकसा रहा है। वहीं, एक अन्य वीडियो में इफ्तिखारुद्दीन कुर्सी पर बैठकर तकरीरें पढ़ते नजर आ रहे हैं। वह कह रहे हैं...ऐलान करो, दुनिया के इंसानों से कि अल्लाह की बादशाहत और निजामियत पूरी दुनिया में कायम करनी है। एक अन्य वीडियो में वह कहते सुनाई पड़ रहे हैं...ऐलान करो, बताओ पूरी दुनिया के इंसानों को अल्लाह व रसूल के मिशन को आगे बढ़ाएं। पूरी जमीं पर अल्लाह का निजाम दाखिल होना है। एक वीडियो में वह पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की किताब के जरिए मुस्लिम धर्म के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

वीडियो में इस्लामिक वक्ता वहां मौजूद लोगों को इस्लाम धर्म कबूल करने के फायदे बताने के साथ कई कहानियां भी सुना रहा है। वो बता रहा है कि इस्लाम मे बहन बेटियों को जलाया नहीं जाता। आगे बोलता है कि अल्लाह ने हमें उत्तर प्रदेश के तौर पर ऐसा सेंटर दिया है जहां से पूरे देश और पूरी दुनिया में काम कर सकते हैं।

वायरल वीडियो में इस्लामिक वक्ता दावा करता है कि पिछले दिनों पंजाब के एक भाई ने इस्लाम कबूल किया तो मैंने उनसे कहा कि इस्लाम कबूल क्यों किया तुमने, जिस पर उन्होंने कहा कि बहन की मौत के कारण इस्लाम कबूल किया है। जब उसको मरने पर जलाया तो कपड़ा जल गया वो निर्वस्त्र हो गई, सब देख रहे थे मुझे बहुत शर्म आई। मैं वहां से निकल गया फिर मैंने सोचा कि आज तो मेरी बहन को लोग देख रहे हैं, मेरी बेटी भी है, कल उसको भी लोग देखेंगे मरने के बाद ये भी ऐसे ही जलेगी। फिर मेरे दिल में आया कि इस्लाम से अच्छा कोई धर्म नहीं है। मुझे कबूल कर लेना चाहिए। ऐसे लोग इस्लाम कबूल कर रहे हैं, ऐसी चीजें लोगों के इस्लाम कबूल करने के लिए जरिया बन रही हैं।

कानपुर में भाजपा के कानपुर दक्षिण के उपाध्यक्ष शैलेंद्र त्रिपाठी ने इन वीडियो के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आनलाइन शिकायत की है। आरोप लगाया है कि उनके पास पर्याप्त साक्ष्य हैं जिसमें वरिष्ठ आइएएस मोहम्मद इफितखारुद्दीन हिंदू धर्म के बारे में आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। साथ ही उन पर मत परिवर्तन कराने का भी आरोप लगाया। उन्होंने सरकारी आवास पर धर्म से जुड़े प्रचार-प्रसार को भी गलत मानते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की है। राज्य कर्मचारी नेता भूपेश अवस्थी ने भी इसकी शिकायत की है। मठ एवं मंदिर समन्यवय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेश अवस्थी ने कहा कि विडियो को मैनें देखा है, इसमें हिंदू धर्म के खिलाफ बहुत सारी अनर्गल बातें कही जा रही हैं। बहुत सारे आरोप लगाए जा रहे हैं। एक धर्म विशेष धर्म के पक्ष में बयान दिए जा रहे हैं।


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