बहनोई को सौंपी गई विकास दुबे की डेड बॉडी, सीने में लगी थी 3 गोलियां
विकास का कानपुर नगर पोस्टमार्टम केंद्र में पोस्टमार्टम कर दिया गया है।
कानपुर : पुलिस मुठभेड़ में मारे गए दुर्दांत अपराधी विकास दुबे का शुक्रवार (10 जुलाई) को कानपुर नगर पोस्टमार्टम केंद्र में पोस्टमार्टम कर दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक विकास दुबे के रिश्तेदारों में बहनोई शव लेने के लिए पहुंचे थे, लेकिन इस दौरान उन्होंने किसी से भी कुछ बात करने से इनकार कर दिया। विकास दुबे के शव को बहनोई लेकर वहां से चले गए हैं।
कानपुर के हैलट अस्पताल में विकास दुबे का पोस्टमार्टम किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि विकास दुबे को 3 गोली लगी थी, विकास दुबे को तीनों गोली सीने में लगी थीं। हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बहनोई विकास का शव लेकर कहां गए हैं और उसका दाह संस्कार कहां और कब किया जाएगा।
पोस्टमार्टम केंद्र पर मौजूद संवाददाता को वहीं तैनात एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि डॉ. आरसी गुप्ता की देखरेख में विकास का पोस्टमार्टम कर किया गया है। बता दें कि विकास की मां ने भी अपने अपराधी बेटे का शव लेने से इंकार कर दिया है। विकास की मां ने तो कानपुर आने से ही इंकार कर दिया है। वह अभी भी लखनऊ में ही है। वह बेटे के एनकाउंटर के बाद मीडिया के सामने भी नहीं आई। विकास दुबे के शव के पोस्टमार्टम से पहले इसका कोरोना टेस्ट कराया गया जिसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
बता दें कि, विकास दुबे की पत्नी और बेटे को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ा। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने की पुष्टि। उनका कहना है कि ऋचा की कोई भूमिका नही मिली है। वह घटना के वक्त बिकरू में नहीं थी।
वहीं दूसरी ओर, अपराधी विकास के दाह-संस्कार के लिए समाज कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष धनी राम पैंथर आगे आए हैं। अब तक करीब 8500 लावारिस शवों का दाह-संस्कार करा चुके पैंथर ने कहा कि अगर उसका कोई परिजन शव को लेने नहीं आता है हमारी संस्था विकास का दाह-संस्कार करेगी। लेकिन इसके लिए शासन-प्रशासन की इजाजत चाहिए होगी।