ग्राम प्रधान के फर्जी केस के चक्कर में मारा गया कासगंज में अधेड़, कासगंज पुलिस ने किया खुलासा
कासगंज जिले के थाना सिढ़पुरा के ढूंढरा गाँव के निवासी रूपेन्द्र ने 5. सितंबर को समय करीब 11.00 बजे रात्रि में मेरे पिता सुरेन्द्र उम्र करीब 45 वर्ष, भूपेन्द्र नि0 ग्राम ढूढरा थाना सिढ़पुरा जनपद कासगंज के साथ खेत पर बाजरा की फसल में पानी लगाकर घर वापस आ रहे थे तभी रास्ते में टावर के पास पहले से घात लगाये बैठे भूपेन्द्र पुत्र हेसराज व हंसराज पुत्र नाथूराम निवासीगण ढूँढरा थाना सिढ़पुरा जनपद कासगंज व अन्य दो व्यक्ति द्वारा मेरे पिता सुरेन्द्र पुत्र प्यारेलाल को गोली मार कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया।
रूपेन्द्र ने बताया गोली लगने की सूचना पर डायल 112 मौके पर पहुँची तथा डायल 112 व स्थानीय पुलिस द्वारा घायल सुरेन्द्र को PHC सिढ़पुरा लेकर पहुँचे तो डाक्टरों ने घायल सुरेन्द्र को मृत घोषित कर दिया । जिसके सम्बन्ध में थाना सिढ़पुरा पर केस भूपेन्द्र पुत्र हंसराज नि0 ग्राम ढूंढरा थाना सिढ़पुरा जनपद कासगंज 2. हंसराज पुत्र नाथूराम नि0 ग्राम ढूंढरा थाना सिढ़पुरा जनपद कासगंज 3. 2 व्यक्ति अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी थी। साक्ष्य संकलन एवं गुण दोष के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में धारा 120बी भादवि की बढ़ोत्तरी की गयी ।
देर रात्रि को समय करीब 22.10 बजे करतला रोड ढूंढरा तिराहा से 20 कदम करतला रोड से शातिर अभियुक्त भूपेन्द्र पुत्र अमर सिंह निवासी नगला माली थाना राजा का रामपुर जनपद एटा हाल निवासी ग्राम ग्राम ढूढ़रा थाना सिढ़पुरा जनपद कासगंज को गिरफ्तार करने सफलता प्राप्त की गयी ।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त भूपेन्द्र पुत्र अमर सिंह से कडाई से पूछताछ की गयी तो उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि साहब मैं ग्राम ढूंढरा में अशोक उर्फ बन्टू (प्रधान पति) के यहां नौकरी करता हूँ। वर्ष 2021 में ग्राम ढूंढरा के ही हंसराज व उसके पुत्र भूपेन्द्र सिह ग्राम समाज की जमीन में टावर लगा रहे थे ग्राम प्रधान अशोक उर्फ बंटू द्वारा इसका विरोध किया गया और हंसराज और भूपेन्द्र को ग्राम समाज की जमीन में टावर नही लगाने दिया था जिससे भूपेन्द्र व हंसराज, अशोक उर्फ बंटू से रंजिश मानने लगे तथा इस बात के कुछ दिन बाद वर्ष 2021 में ही भूपेन्द्र पुत्र हंसराज ने अपने बाजू में गोली मारकर 307 का झूठा मुकदमा अशोक उर्फ बंटू व 02 अन्य़ के खिलाफ लिखा दिया था जिसे थाना सिढपुरा पुलिस ने खत्म कर दिया था।
इसके बाबजूद भी भूपेन्द्र पुत्र हंसराज ने अशोक उर्फ बंटू के पिता गजाधर सिह जोकि राशन डीलर है कि शिकायत बड़े अधिकारियों से कर दी। जिससे अशोक उर्फ बंटू ने सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर को लालच देकर खुद को गोली मरवाने के लिए राजी किया तथा मुझसे सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर को गोली मरवायी थी जिससे हंसराज व भूपेन्द्र को फर्जी 307 का मुकदमा में फँसाया जा सके। उस दिन शाम 8 बजे अशोक उर्फ बंटू ने मुझसे कहा था कि सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर खेत पर पानी लगाने जाएंगे वही रास्ते में तुम लोग केस बना देना तथा तू गबाह बन जाना। उसी दिन शाम के समय सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर शराब पीये था कुछ शराब मैने पिला दी फिर हम दोनो खेत पर पानी के लिये चले गये थे वापसी में टावर के पास मैने सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर की सहमति से फर्जी मुकदमा बनाने के उद्देश्य से सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर के तमंचे से गोली मारी दी थी जोकि उसके सीने में लग गई और सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर घायल होकर वही टावर के पास गिर गया था कुछ देर बाद पुलिस आ गयी जो सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर को घायल अवस्था मे लेकर सिढपुरा अस्पताल चली गयी थी। डाक्टरो ने सुरेन्द्र उर्फ सुन्दर को मरा हुआ घोषित कर दिया ।
अभियुक्त भूपेन्द्र से तमंचे के बारे में पूछा तो उसने बताया कि तमंचे को ढूंढरा गांव से सैलोट गांव को जाने वाले रास्ते के पास स्थित नदी के किनारे घूरे में छिपा दिया था । पुलिस द्वारा अभियुक्त की निशानदेही पर आलाकत्ल तमंचे को बरामद कर लिया ।