कोर्ट रूम में तमंचा पहुँचाने में मददगार रहा इटावा निवासी 25000 का इनामिया अपराधी विनोद यादव चढ़ा पुलिस के हत्थे
मैनपुरी। कोर्ट रूम में तमंचा पहुँचाने में मददगार रहा इटावा निवासी 25000 का इनामिया अपराधी विनोद यादव चढ़ा पुलिस के हत्थे बीते 6 जनवरी को कोर्ट रूम में एक अभियुक्त मनीष यादव ने अपने सगे बहनोई को 307 IPC के झूठे केस में फँसाने के लिए तमंचे से अपने ही पैर में गोली मार ली थी। तमंचा कोर्ट रूम में कैसे पहुँचा, इस विषय में पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए उसी दिन मनीष की पत्नी सीमा यादव को गिरफ्तार कर लिया था। जिससे पता चला था कि तमंचे का इंतज़ाम मनीष के मामा विनोद यादव ने किया था जबकि सीमा यादव उस तमंचे को अपने अंत: वस्त्रों में छिपा कर कोर्ट बिल्डिंग के अंदर दाखिल हो गई थी। इस बात का ख़ुलासा होने के बाद से ही विनोद यादव प्रकाश में आया था और तभी से वान्टेड चल रहा था।
इस वांटेड अपराधी की शीघ्र गिरफ़्तारी करने के लिए एसपी मैनपुरी अजय कुमार ने इस पर 25,000 का ईनाम घोषित कर दिया था, जिसके चलते आज मुखबिर की सटीक सूचना पर करहल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और फिर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। कोतवाली पुलिस ने गहन पूछताछ करने के बाद अभियुक्त को आज जेल भेज दिया है।
गहन पूछताछ में इस अभियुक्त विनोद यादव ने पहले गिरफ्तार कर जेल भेजी गयी अभियुक्ता सीमा यादव के बयान का समर्थन किया और न्यायालय सुरक्षा में तैनात किसी भी पुलिस कर्मी की संलिप्तता से इनकार किया है। उल्लेखनीय है कि उपरोक्त घटना के बाद न केवल 10 पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया गया था बल्कि उनमें से 7 को मुकद्में में नामज़द भी किया गया था।