मेरठ सदर बाजार थाना प्रभारी पर केस दर्ज, हेड कांस्टेबल गिरफ्तार थाना प्रभारी फरार
खुलासा हुआ ट्रक चोरी नहीं हुआ और फर्जी मुकदमा सदर थाने में लिखवाया गया। बावजूद इसके सदर बाजार पुलिस ने इस मामले में एफआर लगा दी।
भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरठ में बड़ी कार्रवाई करते हुए सदर बाजार इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा और एक हेड कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हेड कांस्टेबल को 30 हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ एसपी सिटी की टीम ने मंगलवार को दबोच लिया। इंस्पेक्टर की भूमिका भी सामने आई, जिसके बाद अधिकारियों के निर्देश पर इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा और हेड कांस्टेबल मनमोहन के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है।
गाजियाबाद के मसूरी निवासी ट्रक चालक अब्दुल सलाम ने 5 फरवरी को मेरठ सदर बाजार थाने में ट्रक चोरी का मुकदमा दर्ज कराया था। यह मुकदमा फर्जी तरह से ट्रक के इंश्योरेंस की रकम लेने को दर्ज कराया था। ट्रक को कहीं और बेच दिया गया था। सदर बाजार पुलिस छानबीन कर रही थी और ट्रक मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया गया। खुलासा हुआ ट्रक चोरी नहीं हुआ और फर्जी मुकदमा सदर थाने में लिखवाया गया। बावजूद इसके सदर बाजार पुलिस ने इस मामले में एफआर लगा दी।
ऐसे खुला भ्रष्टाचार का मामला
सदर पुलिस ने ट्रक मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया था। ट्रक मालिक ने शुरुआत में बताया कि उसने मुजफ्फरनगर निवासी वसीम को ट्रक देकर कटवा दिया और चोरी का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस वसीम को उठा लाई। हालांकि जब ट्रक मालिक और वसीम का आमना-सामना हुआ तो खुलासा हुआ वसीम ने किसी ट्रक का कटान नहीं किया। इसके बावजूद पुलिस वसीम को परेशान कर रही थी और मोटी रकम मांगी जा रही थी। पैसा न देने पर जेल भेजने की दी। वसीम की शिकायत पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने जांच एसपी सिटी विनीत भटनागर को दी थी।