मेरठ से सटे परीक्षितगढ़ थानाक्षेत्र के गांव खजूरी में दीपक त्यागी की हत्या के 6 दिन बाद पुलिस ने उसका कटा सिर बरामद कर लिया है. प्लास्टिक के बोरे में बंद करके उसे एक गड्ढे में दफना दिया गया था. सिर मिलने की सूचना पर मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए. पुलिस ने इस मामले में फहमीद नट और आसिफ नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अभी तक की पूछताछ में अवैध संबंधों में दीपक की हत्या करने की बात सामने आई है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
सुरक्षा के लिहाज से गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. आरोपी फहमीद नट ने पुलिस को बताया, "दीपक मेरी विवाहित बेटी को परेशान करता था. मैं कई बार उसे चेतावनी दे चुका था कि बेटी से दूर रहे, लेकिन वह नहीं माना. इसके बाद उसने दीपक की हत्या की योजना बना डाली." आरोपी ने आगे बताया, "मैंने उसे अपनी शादीशुदा बेटी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था. बार-बार मना कर पर वो उससे मुलाकात कर रहा था. फिर आसिफ के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी."
फहमीद ने पुलिस को बताया, "दीपक ने रात में शराब पी रखी थी और वो मोहल्ले में घूम रहा था. जान-पहचान होने की वजह से हम उसे ट्यूबवेल की तरफ ले गए. वो काफी नशे में था इसलिए तलावर से उसकी गर्दन काट दी." हत्यारों की यह कोशिश थी कि मृतक की पहचान न हो सके. इसलिए उसका सिर काटकर अलग कर दिया था. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मृतक के शव से कुछ दूर पर दफन किए गए सिर को बरामद कर लिया है. इसके साथ ही हत्या में इस्तेमाल की गई तलवार को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.
मामले में एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि परीक्षितगढ़ थानाक्षेत्र 27 तारीख को खेत में एक अज्ञात सिरकटी लाश मिली थी. बाद में उसकी पहचान दीपक त्यागी के रुप में हुई. मृतक के परिजनों की तहरीर पर अज्ञात युवकों पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस की पांच टीमें इस मामले को सुलझाने में दिन रात लगी थी. जांच में पता चला दो अभियुक्त फहमीद (40) आसिफ नाम ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया था. फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. दीपक खेती का काम करता था, जबकि उसके पिता गांव में ही दुकान चलाते है