मीट के कारोबारी हाजी याकूब अभी भी फरार, पुलिस ने अदालत में कुर्की के लिए दोबारा दी अर्जी
मेरठ के हापुड़ रोड में हाजी याकूब कुरैशी की अवैध मीट फैक्ट्री में जब्त किए गए मीट के निस्तारण और संपत्ति कुर्क करने के लिए पुलिस ने फिर से अदालत का दरवाजा खटकाया है। इस फैक्ट्री को सीज करने के दौरान 17 लोगों को आरोपी बनाया गया था। बसपा नेता और पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी के खिलाफ पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए, उनकी अन्य संपत्तियों को कुर्क करने के लिए अदालत में दोबारा अर्जी दायर की है।
एसपी केशव के मुताबिक मार्च में हाजी याकूब की मीट फैक्ट्री को सीज किया गया था और उस वक्त इसमें पांच करोड़ रुपए का मीट भी सीज किया गया था, जिसे फ्रीजर में रखवा दिया गया था। अवैध रूप से चल रही मीट फैक्ट्री के अलावा उनके एक गैर कानूनी अस्पताल को भी सीज किया गया था। इस घटनाक्रम के दौरान हाजी कुरैशी उनके साथ कुल 17 लोग नामजद किए गए थे जिनमें दो की गिरफ्तारी के बाद जमानत हो गई, जिनमें से एक फैजल फैक्ट्री को पशु सप्लाई किया करता था।
हाजी याकूब पुलिस से बचता फिर रहा है और उसे अग्रिम जमानत भी नहीं मिल पाई है। एसपी के मुताबिक पुलिस की तरफ से फैक्ट्री में जब्त मीट के निस्तारण और याकूब की अन्य संपत्तियों को कुर्क करने के लिए अदालत में दोबारा अर्जी दाखिल की गई है। अदालत का निर्णय आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर हाजी कुरैशी और उनके परिजन पिछले तीन महीनों से भूमिगत है। पुलिस ने उनकी तलाश में कई राज्यों के शहरों में दबिश भी दी है। खबर है कि वो नेपाल में है और वहीं से अपने वकीलों के जरिए कानूनी सलाह ले रहा है।