मेरठ में CAA हिंसा पीड़ितों से नहीं मिल पाए राहुल-प्रियंका, पुलिस ने दिया 144 का हवाला
मेरठ : नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद कुछ प्रदर्शनकारियों की गोली लगने से मौत हो गई थी. इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिजन से मिलने आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा मेरठ जा रही थी लेकिन मेरठ के बाहर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक लिया।
धारा 144 का हवाला देकर प्रशासन ने दोनों को वापस भेज दिया, जिसके बाद वह परतापुर से ही वापस आ गए. जब पुलिस ने राहुल-प्रियंका को पूछा तो राहुल ने उनसे पूछा कि क्या आपके पास ऑर्डर है.
कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए राहुल-प्रियंका को मेरठ में घुसने से रोका गया है. हालांकि, राहुल-प्रियंका की तरफ से सिर्फ तीन लोगों के अंदर जाने की इजाजत मांगी गई थी लेकिन पुलिस ने उन्हें नहीं जाने दिया है। और अब वो दिल्ली लौट रहे है। मेरठ में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान जो हिंसा हुई थी, उसमें चार लोगों की मौत हो गई थी.
बता दें कि अभी मेरठ में धारा 144 लागू है और इस दौरान किसी तरह की राजनीतिक गतिविधि करने पर रोक है. एडीजी मेरठ प्रशांत कुमार का कहना है कि मेरठ में 144 धारा लागू है, प्रियंका और राहुल को बताया गया कि काफी भीड़ वाला इलाका है. ऐसे में अगर शांति भंग होती है, तो जिम्मेदारी उनकी ही होगी. जिसके बाद राहुल-प्रियंका मेरठ के परतापुर इलाके से वापस हो गए।