6 महीने पहले शुरु हुई दोनो प्रेमी युगल की प्रेम कहानी का दर्दनाक अन्त, जानकर आप की रुह जाएगी कांप
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में रहने वाली सानिया कुरैशी और वसीम सैफी की प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत हो गया। जिस पिता पर भरोसा कर सानिया प्रेमी के घर से वापस अपने घर आई थी उसी पिता ने उसकी गला रेतकर हत्या कर दी। यह मामला मेरठ के शालीमार गार्डन का है। मृतका के पिता शाहिद कुरैशी पहले लिसाड़ीगेट के रिहान गार्डन में रहते थे।उनके घर के पास ही वसीम सैफी का घर था।
लगभग 6 महीने पहले वसीम और सानिया को एक-दूसरे से प्यार हो गया। परिवार से छुप-छुपकर दोनों आपस में मिलने लगे। पिता को बेटी का प्रेम-प्रसंग नहीं था पसंद मृतका के पिता को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने इस रिश्ते का विरोध किया। उन्होंने कई बार दोनों के मिलने पर पाबंदी लगा दी। जिसके बाद करीब 3 महीने पहले सानिया अपने पिता का घर छोड़ वसीम के साथ चली गई। मृतका के पिता ने वसीम के परिवार से मिलकर सानिया को वापस घर ले आए और रिहान गार्डन का घर छोड़कर शालीमार गार्डन में घर ले लिया ताकि सानिया का वसीम से मिलना जुलना बंद हो जाए।
इसके बावजूद भी उन दोनों का मिलना जारी रहा। निकाह का झांसा देकर बुलाया घर घटना के करीब 8 दिन पहले सानिया एक बार फिर अपने पिता का घर छोड़कर अपने प्रेमी के पास चली गई। जिसे उसके पिता शाहिद कुरैशी बर्दाश्त नहीं कर सके। वह अपनी बेटी को को यकीन दिलाया कि वह उसकी शादी वसीम से करवा देंगे। इसी भरोसे पर सानिया वापस अपने पिता के घर आ गई। बीते गुरूवार को घर आने के बाद उन्होंने सानिया को काफी समझाने की कोशिश की।
जिस पर सानिया का दो टूक जवाब मिला कि वह वसीम से ही निकाह करेगी। छूरे से गला रेतकर की हत्या पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में शाहिद ने बताया कि बकरीद पर उन्होंने जिस छूरे से पशुओं की कुर्बानी दी थी। गुरूवार की रात उसी छूरे से उन्होंने बेटी की गला काटकर हत्या कर दी। उन्हें अपनी बेटी की हत्या का कोई दुख नहीं है
क्योंकि उसे अपने पिता की इज्जत की परवाह नहीं थी। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए छूरे को भी बरामद कर लिया है। पुलिस के अनुसार, शाहिद को बेटी की हत्या का कोई भी अफसोस नहीं है। वहीं मृतका की मां और छोटा भाई बहन की मौत से गमनीम दिखाई दिया।