मेरठ: उत्तर प्रदेश में पुलिस का 'ऑपरेशन क्लीन' जारी है और इसी के तहत मेरठ पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश सिद्धू को मार गिराया है। एनकांउटर में एक इंस्पेक्टर को भी गोली लगी है जिनका इलाज करवाया जा रहा है।बता दें कि दीपक सिद्धू के खिलाफ डेढ़ दर्जन से ज्यादा हत्या और लूट के मुकदमे दर्ज थे। सिद्धू सरधना के अंकुर भारद्वाज हत्याकांड में फरार चल रहा था। मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि दीपक सिद्धू जिले के टॉप-10 बदमाशों की लिस्ट में शामिल था।
बीती रात मेरठ के रोहटा थाना क्षेत्र में रोहटा के जंगल मे बुधवार रात 50 हजारी भदौड़ा गैंग के बदमाश दीपक सिद्धू से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। जिसमें पुलिस की गोली लगने से बदमाश ढेर हो गया, जबकि बदमाश की गोली से एक दरोगा घायल हो गया। दीपक सिद्धू सरधना में एक हत्या के मामले में वांछित था। लूट, डकैती, हत्या समेत कई अपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
रोहटा थाना प्रभारी निरीक्षक उपेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार की देर रात सरूरपुर-लाहौर गढ़ रजवाहे के पटरी पर सरूरपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बाइक सवार दो बदमाश कुछ राहगीरों से लूटपाट कर रहे थे। सूचना पाकर सीओ सरधना जितेंद्र सरगम के साथ सरूरपुर, सरधना व रोहटा पुलिस बदमाशों की तलाश में लग गई। इसी दौरान देर रात लगभग 9 बजे के लाहौरगढ़ रजवाहे की पटरी पर पुलिया के पास बदमाश सरूरपुर की ओर से आते हुए दिखाई दिये। जिन्हे पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो बदमाश सीधे पुलिस पर फायरिंग करते हुए खेतों में घुस गए। इसके बाद पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश की मौके पर मौत हो गई। जबकि दूसरा अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में कामयाब रहा।
पुलिस ने बदमाश की जंगलों में कांबिंग की लेकिन नही मिल सका था। सीओ जितेंद्र सरगम ने बताया कि मुठभेड़ में मारा गया बदमाश दीपक थाना सरधना के गांव का छबड़िया गांव का रहने वाला था और उस पर पचास हजार रूपये का इनाम था। वह एक माह पूर्व सरधना में हुई अंकुर भारद्वाज हत्याकांड में फरार चल रहा था। दीपक पर एक दर्जन हत्या व लूट के मुकदमे दर्ज थे। वारदात के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, हालांकि इससे पहले ही मारा चुका था। मुठभेड़ में दरोगा अनुज भी घायल हो गया। दीपक भदौड़ा गैंग का सदस्य बताया गया है।