बीजेपी नेता पुत्र द्वारा एनसीआरटी की नकली किताबें छापने पर इतना हल्ला क्यों?
बीजेपी नेता पुत्र द्वारा ncert की किताबें छापने पर इतना हल्ला क्यों? इस सम्बन्ध में दो बातें विचारने के लिए है.
इसका असली जिम्मेवार तो भाजपा नेता पुत्र नहीं बल्कि वो लोग हुए न जिन्होंने ncert बनायीं. उसकी एसी किताबें बनायीं जिसकी कोई नक़ल छाप सके. अगर ncert और उसकी किताबें बनायीं ही न जाती तो बेचारा भाजपा नेता पुत्र कैसे उनको छाप कर पैसा कमाता?
दुसरे वो तो बेचारा इस बात को उजागर कर रहा है की सरकारी संस्था (ncert की किताब वो उसके रेट पर छाप कर यदि वो करोड़ों मुनाफा कमा सकता है तो स्पष्ट है ) ncert बच्चों को लूट रहा है. इसलिए जरूरी है की हवाई अड्डों की तरह ही उसको किसी अदानी जैसे व्यापारी को लीज पर दे दिया जाए.
पता नाहीं क्यों लोग भाजपा की आलोचना करते हैं.
यह भी गौर करें
इस नेता पुत्र ने एक और राष्ट्रवादी सेवा की है. जिसे मारे शर्म के छिपाया जा रहा है. मेरठ पुलिस सूत्रों के अनुसार इसने इतिहास की किताबों में संघ की महिमा का एक पाठ खुद जोड़ा था. नेहरु से जुड़ा भाग हटाया था. इस काम मे स्थानीय संघ के कुछ नेताओं का आशीर्वाद भी इस गोरख धंधे बाज को प्राप्त था.
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है वहीं बीजेपी नेता को उसके पद से हटाकर पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. अब देखना यह है कि नकली किताबें छापना बंद कैसे होगा.