ग्रामीणों के लिए बने डीएम और एडीएम फरिश्ता, इस गाँव के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ विकास की गंगा बहने की शुरुआत की
जनपद मुजफ्फरनगर में जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह और अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह के चर्चे इन दिनों गांव हाजीपुरा में खूब हो रहे हैं क्योंकि थाना भोपा क्षेत्र के कस्बा भोकरहेड़ी के मजरे पर लगभग 25 साल पहले बताए गए इस गांव में कोई भी सुविधा नहीं थी बल्कि कहा जा सकता है कि यह गांव कस्बे से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर होने के बावजूद भी मुख्यधारा से कटा हुआ था आज भी इस गांव में जाने के लिए कोई संसाधन भी नहीं है ग्रामीण अपने खाने-पीने का राशन भी पैदल या अपने निजी साधन से ले जाते हैं दरअसल गंगा खादर क्षेत्र में बाढ़ आने के कारण इन ग्रामीणों को बाढ़ का दंश झेलना पड़ता था।
क्योंकि वहां इनके ना तो पक्के मकान थे और ना ही जमीन जायदाद इस गांव के ग्रामीण झोपड़ी में रहकर पशुपालन के सहारे अपने जीवन व्यतीत करते हैं बाढ़ से निजात दिलाने के लिए तत्कालीन प्रशासन द्वारा इन ग्रामीणों को कस्बा भोकरहेड़ी के जंगल में ऊंचे टीले पर बसाया गया था मगर उस समय ने तो वहां पानी की व्यवस्था की गई और ना ही बिजली या अन्य सुविधाओं की धीरे-धीरे समय बीतता गया गांव में बिजली तो गई मगर वह भी ना के बराबर और प्रधानमंत्री की योजना के तहत पूरा देश ओडीएफ घोषित कर दिया गया है मगर इस गांव के किसी भी घर में शौचालय भी नहीं है कुछ लोगों को छोड़कर सरकारी योजनाओं का लाभ भी इस गांव के लोग नहीं ले पा रहे थे।
मगर जैसे ही इसकी जानकारी जिला अधिकारी चंद्र भूषण सिंह और अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह को मिली तो अधिकारियों का काफिला गांव की ओर दौड़ पड़ा अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने अधिकारियों के साथ गांव में पहुंचकर पूरे गांव का जायजा लिया और इस गांव के विकास के लिए बीडा उठाया जिसके चलते सोमवार को अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह एसडीएम जानसठ और तहसीलदार जानसठ के अलावा जिला आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर पहुंचे और गांव में सरकारी योजनाओं से वंचित लगभग 75 परिवारों को राशन कार्ड खुद अपने हाथ से भेंट किए।
गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में एक कक्ष के निर्माण का उद्घाटन किया और गांव के मुख्य मार्ग सहित गांव की सड़कों के जीर्णोद्धार के लिए पीडब्ल्यूडी अन्य माध्यम से बनाने के लिए कार्यक्रम तैयार कर दिया इसके साथ ही प्रत्येक घर में एक शौचालय के निर्माण के लिए भी कार्यवाही शुरू हो चुकी है और जल्द ही शौचालय का निर्माण भी कराया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि आज तक वह हर योजनाओं से वंचित रहे ग्रामीणों का कहना है कि जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह उनके लिए भगवान बन कर आए हैं और अब उन्हें उम्मीद है कि वे जल्द ही मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे और उन्हें सब सुविधाएं मिलनी शुरू हो गई है। उनकी मांग है कि प्राइमरी पाठशाला को कम से कम 8 वर्ष तक किया जाय अब जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह और अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह का सपना यह है की यह गांव जल्द विकसित होगा वही इस गांव के ग्रामीणों को भी अब जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी से अपने गांव के विकास की उम्मीद जगी है।