मुजफ्फरनगर : गौशाला में भूखी गायों को देख भड़के प्रभारी मंत्री!
गौशाला की हालत और साफ सफाई भी दयनीय मिली। इसको लेकर उन्होंने निरीक्षण के दौरान मौजूद सीडीओ से भी जानकारी ली।
मुजफ्फरनगर (नौशाद राजपूत) : मुजफ्फरनगर जनपद में में आज विकास योजनाओं की प्रगति और शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन को जांचने तथा परखने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे जिले के प्रभारी मंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वकांक्षी बेसहारा गोवंशीय पशु देखरेख योजना में भी पलीता लगता दिखाई दिया। प्रदेश सरकार में ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर बुधवार को मुजफ्फरनगर में पहुंचे। उन्होंने खतौली में पहुंचकर नगरपालिका परिषद् परिसर में चल रही गौशाला का भी निरीक्षण किया तो वहां पर देखरेख के लिए रखे गये गौवंशीय पशु भूखे और बीमार मिलने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए पालिका के ईओ को मौके पर ही जमकर फटकार लगाई। गौशाला की हालत और साफ सफाई भी दयनीय मिली। इसको लेकर उन्होंने निरीक्षण के दौरान मौजूद सीडीओ से भी जानकारी ली। वो भी ईओ पर अव्यवस्था के लिए भड़के। बाद में प्रभारी मंत्री ने एसडीएम खतौली को पूरे मामले की जांच सौंपते हुए जल्द ही रिपोर्ट देने के लिए कहा है। इसके साथ ही उन्होंने थाना, अस्पताल और बिजलीघर का भी औचक निरीक्षण किया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बाद में वो क्षेत्र के दो गांवों में भी पहुंचे और सुख दुख बांटने का काम किया।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर अपने प्रभार वाले मुजफ्फरनगर जनपद में सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत को जांचने और योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति तथा प्रगति को परखने के लिए बुधवार को पहुंचे थे। यहां उन्होंने सबसे पहले खतौली पहुंचकर जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद वो खतौली नगरपालिका पहुंचे। यहां नगरपालिका परिषद् में ही पालिका प्रशासन के द्वारा प्रदेश सरकार की व्यवस्था के अनुसार बेसहार गौवंशीय पशुओं की देखरेख के लिए गौशाला चलाई जा रही है। बताया गया कि इस गौशाला में करीब 30-35 गौवंशीय पशु वर्तमान में रखे गये हैं। इनमें गाय और बछड़े भी शामिल है। कई गाय दूध भी दे रही है। जब प्रभारी मंत्री अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तथा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे तो गौशाला की हालत उनको बेहद ही दयनीय मिली। जगह-जगह गंदगी और अन्य अव्यवस्था मिलने पर उन्होंने पालिका के ईओ को बुलाकर नाराजगी जताई। पशुओं का निरीक्षण किया तो उनमें कई पशु बीमार और भूखे पाये जाने पर वो ईओ पर जमकर भड़के।
प्रभारी मंत्री ने जांच पड़ताल करते हूए ईओ से ही पूछताछ शुरू कर दी। बताया गया कि गौशाला में पशुओं को न तो पर्याप्त चारा मिल पा रहा था और न ही उनके लिए पानी की सही व्यवस्था की गयी थी। यहां पर बीमार पशुओं के उपचार के लिए वेटनरी आॅफीसर कब आये, इस सवाल का जवाब भी ईओ नहीं दे पाये। इस पर प्रभारी मंत्री ने वेटनरी आॅफीसर को भी तलब करने के निर्देश दिये। इस गौशाला में पशुओं की देखरेख के लिए पालिका की ओर से चार कर्मचारियों को लगाया गया है, जोकि सवेरे नौ बजे से शाम पांच बजे तक ही रहते हैं। रात्रि में गौशाला और वहां पर रखे गये पशुओं को राम भरोसे छोड़ दिये जाने की जानकारी प्रभारी मंत्री को मिली तो उन्होंने ईओ से सीधा सवाल दाग दिया कि रात्रि में कुछ हो जाये तो कौन जिम्मेदार होगा। पशुओं को बाजार से चारा मशीन से चारा लाकर खिलाया जा रहा है, लेकिन चारा 24 घंटों में दो बार दिये जाने के बजाये केवल एक बार ही दिया जा रहा है। ईओ को फटकार लगाई तो उन्होंने प्रभारी मंत्री के सामने संसाधन नहीं होने का रोना रोया।
इस पर मौके पर मौजूद सीडीओ संदीप भागिया ने ईओ की कार्यप्रणाली के प्रति नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने संसाधन कम होने की जानकारी उनको या प्रशासन के दूसरे अधिकारियों को क्यों नहीं दी। चारा का बंदोबस्त करने में ईओ की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यह देखकर प्रभारी मंत्री ने रात्रि में भी कर्मचारी तैनात करने, चारा की पर्याप्त व्यवस्था करने, बीमार पशुओं का इलाज तुरंत कराने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने मौके पर ही एसडीएम खतौली अपूर्वा यादव को पूरे प्रकरण की जांच सौंपते हुए कहा कि उनको जल्द से जल्द रिपोर्ट दी जाये। एसडीएम खतौली ने बताया कि गौशाला के निरीक्षण के दौरान अनेक खामियां पाये जाने पर प्रभारी मंत्री ने जांच सौंपी है।
मामले की जांच करते हुए रिपोर्ट जल्द ही जिलाधिकारी को सौंपी जायेगी। उन्होंने बताया कि गौशाला में साफ सफाई का अभाव और पशुओं की देखरेख में लापरवाही सामने आई है। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी, जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल, भाजपा नेता अभिषेक गुर्जर सहित अन्य लोग और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इसके साथ ही प्रभारी मंत्री सोमेन्द्र तोमर ने सीएचसी एवं ब्लाॅक मुख्यालय, बिजलीघर और थाने का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विद्युत अधिकारियों को बकायादारों की केवल आरसी काटने के बजाये वसूली पर ध्यान देने, विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के निर्देश दिये तो वहीं अस्पताल के निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों से भी बातचीत कर हालचाल जाना और अधिकारियों को निर्देश दिये। यहां से वो गांव तुलसीपुर पहुंचे जहां ग्राम प्रधान का निधन होने पर वो रस्म तेरहवीं में शािमल हुए तो गांव अन्तवाडा में भी कार्यकर्ता के घर पहुंचकर लोगों से भेंट की। इसके बाद वो जिला मुख्यालय पहुंचे और विकास कार्यों की समीक्षा भी की।