मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर में रविवार को जी आईं सी मैदान में आयोजित किसान पंचायत में लाखों किसानों को संबोधित करते हुए विख्यात किसान नेता राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर नहीं आने की घोषणा कर महात्मा गांधी की दांडी यात्रा की याद दिला दी।
महात्मा गांधी जब नमक सत्याग्रह के लिए अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से अपने सहयोगियों के साथ दांडी यात्रा के लिए निकले तो यही ऐलान किया था कि जब तक आजादी नहीं मिल जाती तब तक वे वापस इस आश्रम में नहीं आएंगे, चाहे उन्हें कुत्तों की मौत ही क्यों ना मरना पड़े। उसी तरह आज किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि जब तक सरकार नहीं झुकेगी तब तक वे मुजफ्फरनगर की धरती पर कदम नहीं रखेंगे। वे यहां से सीधे गाजीपुर बॉर्डर लौट जाएंगे। किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार के अड़ियल रवै ए के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा कि सिर्फ खेती किसानी ही नहीं बल्कि निजी करण और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भी सरकार को घेरने की जरूरत है।
टिकैत ने कहा कि सरकार को झुकाने के लिए वोट की चोट की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि देश बचेगा तभी संविधान भी बचेगा । सरकार ने रेल और हवाई अड्डे बेच दिए। उन्होंने सवाल किया कि सरकार को सबकुछ बेचने किस ने दिया। सरकार बिजली बेचेगी। सड़क भी बेचेगी और सड़क पर चलने पर हम लोगों से टैक्स लेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार भारत को बेचने पर तुली है। सेल फार इंडिया का बोर्ड देश में लग चुका है। सरकार एलआईसी, बैंक सब बेच रही है। इनके खरीदार अडानी और अंबानी हैं। सरकार ने एफसीआई की जमीन और गोदाम अदानी को बेच दिए। सैकड़ों किलोमीटर बंदरगाह को बेच दिया। इससे मछुआरे को बहुत परेशान होना पड़ रहा है। देश का संविधान खतरे में है यह तभी बचेगा जब देश बचेगा।
उन्होंने कहा कि रेलवे के लाखों कर्मचारी बेरोज़गार होंगे। सरकार ने रेलवे को प्राइवेट कर दिया है। कई ट्रेनें और स्टेशन बेच दिए हैं। राकेश टिकैत ने फिर दोहराया, "हम MSP की क़ानूनी गारंटी चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार को वोट की चोट देनी पड़ेगी। ये बीजेपी के लोग यूपी दंगा कराने वाले लोग हैं लेकिन हम उत्तर प्रदेश में ये नहीं होने देंगे।"
टिकैत ने कहा कि हम ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर मोर्चा नहीं छोड़ेंगे, चाहे मर क्यों न जाएं। टिकैत ने महापंचायत में अल्लाह हू अकबर और हर हर महादेव के नारे भी लगवाए। उन्होंने कहा कि बाबा (महेंद्र सिंह टिकैत) की रैलियों में ये नारे लगते थे। हमें हिंदू मुसलमान के बीच बंटना नहीं है। मिल कर सरकार को सबक सिखाएंगे।