नोएडा में मिला कोरोना से संक्रमित एक मरीज
नोएडा निवासी 35 वर्षीय व्यक्ति टूरिस्ट गाइड का काम करता है।वह इटली से आगरा और जयपुर घूमने आए सैलानियों के संपर्क था।संक्रमित होने की आशंका के चलते दो सप्ताह पहले जांच के लिए सैंपल भेजे गए थे
(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा।चीन से शुरुवात करने वाला कोरोना वायरस अब विश्व के करीब 100 देशों में अपनी जड़े जमा चुका है।एक ओर तो चीन में इसके कहर से मरने वालों की संख्या 3200 के भी पार हो गई है।वही अब तक 100 देशों में इसके संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं।विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही इसे इमर्जेंसी घोषित कर चुका है।बात करे भारत की तो यहा भी अब तक इसके 60 ताजा मामले सामने आ चुके हैं।उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा शहर में भी एक मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गयी है।जिसका इलाज दिल्ली के अस्पताल में चल रहा है।पीड़ित के परिवार के तीन अन्य लोगों के सैंपल जांच के लिए लिए गए हैं।
आपको बता दे कि नोएडा निवासी 35 वर्षीय व्यक्ति टूरिस्ट गाइड का काम करता है।वह इटली से आगरा और जयपुर घूमने आए सैलानियों के संपर्क था।संक्रमित होने की आशंका के चलते दो सप्ताह पहले जांच के लिए सैंपल भेजे गए थे।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि दिल्ली के एनसीडीसी ने मरीज़ में कोरोना वायरस की पुष्टि की है,लेकिन अभी पुणे स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की रिपोर्ट नहीं मिली है।यह 14 दिन पहले का केस है। मरीज का इलाज चल रहा है। जल्द ही मरीज की पुणे से रिपोर्ट आ जाएगी।आज हम आपको
कोरोना वायरस के बारे में जानकारी देते है कि क्या है कोरोना वायरस और इससे किस तरह बचाव किया जा सकता है।
सार्स (SARS) वायरस परिवार का एक नया सदस्य कोरोना वायरस है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है।यह मानी जा रही है कि इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से हुई है।कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है। फिर यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है और निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है। इस वायरस कि सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।
कोरोना वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है. यह बुखार फिर निमोनिया का रूप ले लेता है, जो कि किडनी से जुड़ी तमाम परेशानियों को बढ़ा देता है।
कोरोना वायरस से बचाव
विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, कोरोना वायरस को रोकने के लिए सबसे अच्छी नीति समुद्री भोजन से बचना है. कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है. कहीं भी बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें. साफ सफाई बहुत जरूरी है।
कोरोनवायरस को रोकने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए डॉक्टर जोखिम को कम करने के लिए अन्य महत्वपूर्ण दवाओं का उपयोग कर रहे हैं. कोरोनो वायरस अगर लंबे समय तक अपना प्रभाव बनाए रखने में सफल हो जाए या घातक स्तर पर पहुंच जाए तो जान के लिए खतरा पैदा कर सकता है।