नोएडा की अजीबोगरीब मामला: क्या DIG के रिश्तेदार को अधिकार है किसी बुजुर्ग विधवा महिला के घर बिना नोटिस के पुलिस भेजकर सील कराने का!
क्या DIG के रिश्तेदार को अधिकार मिल जाता है कि एक बुजुर्ग विधवा महिला के घर बिना नोटिस के पुलिस भेजकर उसके घर को सील करवाने की धमकी देना! RWA 49 के पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा करना पड़ेगा ऊपर से प्रेशर है! CM साहब कृपया संज्ञान लें! -RWA 49
नोएडा में अब एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां सेक्टर 49 में रहने वाली एक विधवा महिला को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। इस परेशानी को देखते हुए आरडब्लूए ने सीएम योगी से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
RWA 49 ने सीएम योगी से सवाल किया है कि क्या DIG के रिश्तेदार को अधिकार मिल जाता है कि एक बुजुर्ग विधवा महिला के घर बिना नोटिस के पुलिस भेजकर उसके घर को सील करवाने की धमकी देना! RWA 49 के पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा करना पड़ेगा ऊपर से प्रेशर है! CM साहब कृपया संज्ञान लें!
क्या है मामला
सेक्टर 49 में रहने वाली वीना चोपडा एक विधवा महिला और सीनियर सिटीजन है। वीणा चोपड़ा अपने बेटे, बहू और दो छोटे बच्चों के साथ बी 38, सेक्टर 49, नोएडा यूपी, में रहती है। उन्होंने बताया कि बी -38 सेक्टर 49 नोएडा प्लॉट खरीदकर मकान बनाया है तथा मैं ये बताना चाहती हूँ कि मैंने अपना मकान पूरे बाइ लॉस एंड नोएडा अथॉरिटी से नक्शा पास करवाके बनवाया है, जिसका ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट मुझे 30 अगस्त 2023 को इश्यू हो चुका है और बिजली मीटर भी लग चुका है। हमारे पड़ोस में बी - 39 सेक्टर 49 नोएडा में विशाल शर्मा रहते हैं जिनका मकान मैं पुराना निर्माण हुआ है, अचानक 20 जून 2023 को R.W.A डब्ल्यू ए में हमारी कंप्लेन देते हैं कि उन्हें कुछ सीपेज की प्रॉब्लम है उसके बाद आरडब्ल्यूए में हमने पूरा सहयोग किया और विशाल शर्मा एंड रितु शर्मा से भी कहा गया कि हम पूरा कॉर्पोरेट करेंगे जो एक पड़ोसी होने के नाते हमारा फर्ज था। परन्तु इनके पुराने कंस्ट्रक्शन होने की वजह से ये हमसे अपना पूरा घर ठीक कराने को कह रहे हैं अतः मैं ये भी बताना चाहूंगी कि विशाल शर्मा और ऋतु शर्मा आए दिन हमें परेशान कर रहे हैं। ऋतु शर्मा मुझे खुद कहती हैं कि उनकी सिस्टर डीआईजी हैं, अगर हमने उनकी बात नहीं मानी तो हमें यहाँ रहने नहीं दिया जाएगा। यह बात हमने पुलिस को भी बतलाई और एक कम्प्लेंट रजिस्टर करवाई जिसमें अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आए दिन हमें धमकी देती है कि उनकी बहन जिसका नाम वो स्वीटी बताती है, डीआइजी पोस्ट पे है, वो हमारा रहना यहाँ मुश्किल कर देंगे अगर हमने उनका घर ठीक नहीं कराया। हमने दबाव में आकर उनके घर पे एक शेड भी लगाया जो कि ₹25,000 का था। उसके बावजूद भी उनकी डिमांड दिन ब दिन बढ़ती चली गई।
नोएडा अथॉरिटी का एक जेई (J.E.) प्रदीप जो कि हमें आए दिन परेशान करता था की आप इनसे सैटलमेंट कर लीजिये हम पे बहुत प्रेशर है नहीं तो आप यहाँ रह नहीं पाएंगे। यह बात भी हमने पुलिस को बतलाई मगर कोई नहीं सुन रहा था। एसएचओ साहब से भी मैंने गुहार लगाई कि हमें न्याय दिया जाए। हमें दिन रात डीआईजी स्वीटी के नाम पे धमकाया जा रहा है कि आप इनसे सेटलमेंट कर ले नहीं तो आपके साथ और बहुत कुछ होगा। दिन रात वो हमारे घर की फोटो खींचती रहती है। मेरे बच्चों की मेरी बहू की फोटो खींचती रहती है। हमें अपनी जान माल का भी खतरा है। सेक्टर 49 नोएडा की पुलिस ने
हमें आश्वासन दिया कि आपके खिलाफ़ कोई एक्शन नहीं होगा। आप आराम से रहें। तो हमें यहाँ रहने नहीं दिया जाएगा। यह बात हमने पुलिस को भी बतलाई और एक कम्प्लेंट रजिस्टर करवाई जिसमें अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आए दिन हमें धमकी देती है कि उनकी बहन जिसका नाम वो स्वीटी बताती है, डीआइजी पोस्ट पे है, वो हमारा रहना यहाँ मुश्किल कर देंगे अगर हमने उनका घर ठीक नहीं कराया। हमने दबाव में आकर उनके घर पे एक शेड भी लगाया जो कि ₹25,000 का था। उसके बावजूद भी उनकी डिमांड दिन ब दिन बढ़ती चली गई।
नोएडा अथॉरिटी का एक जेई (J.E.) प्रदीप जो कि हमें आए दिन परेशान करता था की आप इनसे सैटलमेंट कर लीजिये हम पे बहुत प्रेशर है नहीं तो आप यहाँ रह नहीं पाएंगे। यह बात भी हमने पुलिस को बतलाई मगर कोई नहीं सुन रहा था। एसएचओ साहब से भी मैंने गुहार लगाई कि हमें न्याय दिया जाए। हमें दिन रात डीआईजी स्वीटी के नाम पे धमकाया जा रहा है कि आप इनसे सेटलमेंट कर ले नहीं तो आपके साथ और बहुत कुछ होगा। दिन रात वो हमारे घर की फोटो खींचती रहती है। मेरे बच्चों की मेरी बहू की फोटो खींचती रहती है। हमें अपनी जान माल का भी खतरा है।
सेक्टर 49 नोएडा की पुलिस नेहमें आश्वासन दिया कि आपके खिलाफ़ कोई एक्शन नहीं होगा। आप आराम से रहें।मैं बहुत डर गई थी, मैंने सबके आगे बहुत हाथ जोड़े कि मैंने अपना घर कानून के तहत बनाया है, आप यहाँ से चले जाए। मैं अपने परिजनों के साथ नोएडा ओथोरिटी के आला अफसरों मिलकर शिकायत की है हालांकि अफसरो से मुझे आश्वासन मिला है, मैं यह कहना चाहती हूँ कि न्याय के लिये अन्तिम सांस तक लडूंगी.
पूरा मामला समझ कर आप देखेगें कि क्या किसी अधिकारी का रिस्तेदार होना कोई खास बात है। जो आए दिन धमकी देकर प्रताड़ित किया जा रहा है। इस मामले में अपने रेजिडेंट के साथ आरडब्लूए साथ खडा दिखाई दे रहा है।