यमुना एक्सप्रेस वे यूपी के पूर्व प्रमुख सचिव पीसी गुप्ता गिरफ्तार

Update: 2018-06-22 16:35 GMT

उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस वे जमीन घोटाले के आरोपी पूर्व प्रमुख सचिव पीसी गुप्ता को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी मध्यप्रदेश के दतिया स्तिथ माँ पीताम्बरा देवी के मंदिर से हुई है. उनकी गिरफ्तारी का आदेश मेरठ रेंज के कमिश्नर प्रभात कुमार ने दिए थे. प्रभात कुमार ने पीसी गुप्ता की गिफ्तारी पर नोएडा एसएसपी डॉ अजयपाल शर्मा को बधाई दी. 


यमुना प्राधिकरण के पूर्व सीईओ रहे पीसी गुप्ता पर यमुना प्रधिकरण के मास्टर प्लान से हटकर 126 करोड़ के जमीन घोटाले के आरोप हैं. मंडलायुक्त डॉ प्रभात कुमार ने उनकी गिरफ्तारी के आदेश दे रखे थे. नोएडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल ने बताया कि प्राधिकरण में तैनात इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने थाना कासना में तीन जून को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि यमुना विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले जनपद मथुरा के सात गांव शिव पट्टी बांगर, शिव पट्टी खादर, कैलाना बांगर, कैलाना खादर, सोनपुर बांगर, नौझील बांगर आदि की 97 हेक्टेयर भूमि को फर्जी दस्तावेज के आधार पर खरीदा गया और जरूरत नहीं होने के बावजूद इस जमीन का प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहण किया गया. आरोप है कि इस सौदे में प्राधिकरण का 126 करोड़ का नुकसान हुआ. 

एसएसपी ने बताया कि इस मामले में प्राधिकरण के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी (आईएएस) पीसी गुप्ता, तहसीलदार सुरेश चंद शर्मा तथा संजीव कुमार, जितेंद्र चौहान, विवेक कुमार जैन, सुरेंद्र सिंह, मदन पाल, अजीत कुमार, योगेश कुमार, वीरेंद्र चौहान, निर्दोष चौधरी, गौरव कुमार, मनोज कुमार ,अनिल कुमार, स्वाति दीप शर्मा, सुदेश गुप्ता, सोनाली, प्रमोद कुमार यादव, निधि चतुर्वेदी, सहित 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.


बता दें कि पिछले काफी दिनों से पीसी गुप्ता फरार चल रहे थे. इस गिरफ्तारी को लेकर नोएडा पुलिस भी काफी दबाब में थी. गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद नोएडा पुलिस ने राहत की सांस ली है. 

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