Noida News : चाइनीज़ एप के जरिए लोगों को पोर्न वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
धीरेन्द्र अवाना
नाेएडा।नाोएडा पुलिस को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली जब थाना फेस-1 पुलिस ने चाइनीज एप के जरिए लोगों को पोर्न वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुये तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।इनकी पहचान
कासगंज निवासी राजीव पाल ,बिहार निवासी मनीष कुमार और गाजियाबाद निवासी सूरज श्रीवास्तव के रुप में हुयी।लोन का पैसा जल्दी चुकाने का दबाव बनाने के लिए ये लोग लोन लेने वाले की कांटेक्ट लिस्ट को हैक करते थे और वीडियो एडिट कर उनके वॉट्सऐप पर अश्लील वीडियो भेजते थे।इनके पास से पुलिस ने तीन लैपटॉप, आठ मोबाइल और वर्क डाटा बरामद किया है।ये लोग अब तक एक हजार लोगों से ठगी करके करोड़ों रुपए कमा चुके है।आपको बता दे कि पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर निरंतर अपराध पर अंकुश लगाया जा रहा है।इसी क्रम में एसीपी 2 सुशील कुमार गंगा के कुशल नेतृत्व में थाना फेस-1 प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने अपनी टीम के साथ मिलकर चाइनीज एप के जरिए लोगों को पोर्न वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुये तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
एसीपी 2 सुशील कुमार गंगा ने बताया कि इन लोगों ने अपना आफिस ए-27 सेक्टर-16 में खोला था।बाजार में कई ऐसे चाइनीज़ और अन्य एप है जो छोटा लोन जैसे 5 हजार से 10 हजार का लोन देते है। ये लोग बैंकों के जरिए उनका डाटा निकाल लेते थे।इसके बाद उन्हीं को अपना शिकार बनाते थे।इनके मोबाइल को खंगाला गया तो करीब एक हजार से ज्यादा मामले सामने आए है।जिनसे संपर्क किया जा रहा है।ये लोग उनकी कांटेक्ट लिस्ट को हैक करके और वीडियो एडिट कर सभी कांटेक्ट नंबर पर वीडियो पोस्ट करने की धमकी देते थे।उन्होंने बताया कि ये लोग एयरलाइंस में ग्राउंड स्टाफ और सीक्यूरिटी में नौकरी दिलाने के नाम पर भी ठगी करते थे।उनसे प्रोसेसिंग फीस का पैसा लेकर अपनी आई डी को ब्लाक कर देते थे।इन लोगों ने कितनों का अपना शिकार बनाया है इसकी डिटेल निकाली जा रही है। वहीं विभिन्न बैंकों के ट्रांजैक्शन की डिटेल भी निकाली जा रही है।
डीसीपी हरिश्चंद्र ने जानकरी देते हुए बताया कि लोगों के द्वारा चाइनीज लोन ऐप के खिलाफ शिकायत मिली थी।बताया गया था कि अश्लील वीडियो बनाकर आरोपी ब्लैकमेल कर रहे हैं।इस मामले की जांच के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो लोगों को ब्लैकमेल कर पैसों की वसूली करते थे।इनके कब्जे से मोबाइल, लैपटॉप और लोगों का डेटा बरामद हुआ है।