सांसद और विधायक लापता घोषित, लोगों ने कहा- अब तो आ जाओ प्रभु, ले लो अवतार
गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा और दादरी के विधायक मास्टर तेजपाल नागर को जनता ने लापता घोषित कर दिया है। लोग सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं को तलाश कर रहे हैं। फेसबुक, ट्वीटर और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर मैसेज व पोस्ट डालकर दोनों का पता पूछा जा रहा है। व्हाट्सएप ग्रुप्स पर आम चर्चा है कि नेता ही गायब हैं तो भला अफसर क्या काम करेंगे। अभी जब आम आदमी मर रहा है और इनकी जरूरत है तो कोई नजर नहीं आ रहा है। जैसे ही संकट टलेगा सेल्फी खिंचवाने चले आएंगे। दरअसल, पिछले करीब 10 दिनों से लोग गौतम बुध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा और दादरी के विधायक तेजपाल नागर को मदद मांगने के लिए संपर्क कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि दोनों नेताओं के फोन नहीं उठा रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर भी कोई जवाब नहीं मिल रहा है।
कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रही जंग में लोग बेबस हैं
जनप्रतिनिधि हों या अफसर किसी से आम आदमी को मदद नहीं मिल रही है। अफसर और जनप्रतिनिधि अब फोन तक नहीं उठा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों और अफसरों के इस बर्ताव से लोगों में रोष है। लोग सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। कोरोना काल में लोगों को किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है। जिले जनप्रतिनिधि और अफसर गायब हैं। इस पर लोगों को गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
दो दिनों से लोग सोशल मीडिया पर मुखर
शुक्रवार और शनिवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा के निवासियों ने सोशल मीडिया पर जनप्रतिनिधियों के खिलाफ गुस्सा निकाला है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के व्हाट्सएप ग्रुप्स पर लोगों का कहना है कि अब मुसीबत व जरूरत पर सांसद-विधायक लापता हो गए हैं। लोग मुसीबत में हैं लेकिन सांसद और विधायक की तरफ से कोई मदद नहीं की जा रही है। दोनों फोन तक नहीं उठा रहे हैं। ऐसे नेताओं को अब कार्यक्रम में बुलाना बंद कर देना चाहिए। वहीं, प्राधिकरण केवल बिल्डरों पर मेहरबान है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्वास्थ्य सुविधाएं विकसित करने पर ध्यान नहीं दिया गया। समाजवादी पार्टी ने जिले के नोडल अधिकारी और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ को खोजने पर एक हजार रुपये के इनाम देने की घोषणा सोशल मीडिया पर कर दी।
नेताओं के साथ ली गईं सेल्फी काम नहीं आएंगी
सोशल मीडिया पर लोगों ने सांसद डॉ. महेश शर्मा और विधायक तेजपाल नागर ही नहीं उनके प्रतिनिधि व समर्थकों को भी जमकर लताड़ा है। लोगों का कहना है कि उन लोगों को शर्म आनी चाहिए, जो उनको उद्घाटन और कार्यक्रमों में बुलाते हैं। वोट मांगने उनके साथ आते हैं। जनप्रतिनिधि के साथ सेल्फी लेते हैं। अब वो सेल्फी काम नहीं आएंगी, बल्कि हम एक-दूसरे के काम आएंगे। नेता अपनी वोटों की फसल काटकर फरार हो गए हैं। शनिवार को अनिल पुंडीर नाम के एक व्यक्ति ने कोविड मरीज की मदद के लिए ट्विटर पर मदद मांगी। इस पर दादरी के विधायक तेजपाल नागर ने प्राधिकरण के सीईओ और डीएम को निर्देशित किया कि तत्काल सहायता उपलब्ध कराएं। इस पर प्राधिकरण के ट्विटर हैंडल से जवाब दिया गया कि वो कोविड कंट्रोल रूम में संपर्क करें। लोगों का कहना है कि जब विधायक का निर्देश फेल हो सकता है तो हमारी बात कहां मायने रखती है।
फेसबुक पर चल रहा लापता होने का पोस्टर
ठाकुर दीपक सिंह राजपूत नाम के एक फेसबुक यूजर ने सांसद डॉ.महेश शर्मा और दादरी के विधायक तेजपाल सिंह नागर के फोटो लगाकर उन्हें लापता घोषित कर दिया है। फेसबुक यूजर ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि आप दोनों को क्षेत्र की जनता ढूंढ रही है। अतः आप दोनों जहां भी हों क्षेत्र की जनता के बीच आ जाइए। लिखा है, "दोनों श्रीमानों से गुजारिश है आप जहाँ कहीं भी हो, अपने क्षेत्र मे आ जाओ। इस समय आपकी जरूरत है सभी को। आप इस क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं और इस संकट के समय में आप लोग ही नहीं हैं। क्षेत्र की जनता जरूरी चीजों, ऑक्सीजन, अस्पताल, दवाइयों के लिए दर दर भटक रही है। अधिकारी पीड़ितों की सुन नही रहें हैं। ऐसे में हम कहाँ भटकें। अब तो आ जाओ प्रभु, लेलो अवतार।"
इस पोस्ट पर लोगों के कमैंट्स की झड़ी लग गई। लोगों ने लिखा कि अब जब जनता को अपने प्रतिनिधियों की जरूरत है तो यह लोग गायब हो गए हैं। अबकी बार जब चुनाव या दूसरे कार्यक्रमों में राजनीति करने आएंगे तो इन्हें बताया जाएगा कि बुरे वक्त में काम नहीं आए थे। कुछ लोगों ने लिखा कि सांसद और विधायक फोन नहीं उठा रहे हैं। ज्यादातर समय फोन स्विच ऑफ जा रहे हैं। कुल मिलाकर इस महामारी के दौर में जनप्रतिनिधियों से मदद न मिलने पर आम आदमी ने गुस्सा है।