नोएडा:जान जोखिम में डालकर नहर में स्टंट कर रहे है युवा,पुलिस कर रही है हादसे का इंतेज़ार
उत्तर भारत मे पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगो का जीना बेहाल कर रखा है। गर्मी से बचने के लिए लोग नहरों व तालाबो का सहारा ले रहे है और नहा रहे है लेकिन इस दौरान कुछ युवा स्टंट कर अपनी जान को जोखिम में डाल रहे है। नहाते समय अपनी जान की बाजी लगाते हुए ये फिल्मी स्टंट कर रहे। गौरतलब है आये दिन नहर में नहाते समय इस तरह के स्टंट करते हुए कई युवा जान गवा चुके है लेकिन इन लोगो को न अपनी जान की फिक्र है और न ही किसी वर्दी वाले का ख़ौफ़। ये पूरा नज़ारा दनकौर थाना क्षेत्र के खेरली नहर का है।
डर के आगे जीत है ये टैग लाइन एक मशहूर कोल्ड्रिंक की है लेकिन इन युवा लड़को ने इसको कुछ ज़्यादा सीरियस ले लिया है। उम्र के जोश में और नहाने के जुनून में ये सब कुछ भूला चुके है ।दरसल ये पूरा नज़ारा दनकौर थाना क्षेत्र के खेरली नहर का है। तस्वीरों में आप देख सकते है कि एक लड़का एक होर्डिंग ले ऊपर चढ़ा हुआ है करीब 20 फिट ऊंचे इस होर्डिंग पर चढ़कर वो अपने दोस्तों को स्टंट दिखा रहा है ।दोस्त भी हौसला अफजाई कर रहे है और कूदने की जिद कर रहे है। वो भी पूरे जोश से शोर मचा रहा है और करीब 20 फिट की ऊंचाई से छलांग लगा देता है। थोड़ा ऊपर ही बिजली का तार भी है। इसके साथ ही एक लड़का और भी कूदता है और वो भी अपने दोस्तों के शोर करने पर नहर में कूद जाता है।
ये सिलसिला चलता रहता है। रोजाना ये बच्चे अपनी मौत को दावत देते है। बड़ी बात ये है कि ये पूरा वाक्या वहां होता जहाँ पर पुलिस ने बकायदा नोटिस बोर्ड लगा रखा है। उसपर साफ साफ लिखा है कि यहां पर नहाना कानूनी अपराध है अगर कोई नहायेगा तो कानूनी कार्यवाही की जाएगा लेकिन उस बोर्ड पर से तो किसी को डर ही नही है बकायदा उस बोर्ड पर ये बच्चे अपने कपडे टांगते है। पुलिस ने तो यहां नहाने से मना किया है लेकिन यहां तो पुलिस के नोटिस को चुनोती देते हुए एक कदम आगे फिल्मी स्टंट किये जा रहे है। न तो खाकी वर्दी का ख़ौफ़ है और न ही अपनी जान की फिक्र। युवा जोश में बस दोस्तो की तालियों के आगे जान को दांव पर लगाना है।
गौरतलब है आये दिन इस नहर में लोगो की मौत होती है उंसके बाबजूद भी इन हरकतों से लोग बाज नही आये। यही से पुलिस की जिप्सी और खाखी वर्दी वाले कई बार गुजरते है लेकिन उन्हें इतना समय नही की यहां होने वाले हादसों को होने से पहले रोक दी। शायद इन्हें भी तभी पहुचने की आदत है जब किसी की मौत हो जाये और पंचनामा भरना पड़। शायद उससे पहले होने वाले हादसे को रोक देना इनकी इस वर्दी के खिलाफ होगा। अब देखते है कि खबर चलने के बाद पुलिस कोई कार्यवाही करती है या बस सायरन बजाते हुए नहर से आगे पीछे घूमकर अपनी तनखा पूरी करते रहेंगे।