पुलिस आपके द्वार कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों से अछूता : रंजन तोमर
नोएडा प्राधिकरण द्वारा ग्रामीणों के साथ भेदभाव की नीति रही है।
(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा।आज यहाँ नोएडा विलेज रेसिडेंट्स एसोसिएशन के निमंत्रण पर नोएडा पुलिस के एसीपी रजनीश वर्मा एवं सेक्टर 126 थानाध्यक्ष समेत पूरी टीम ग्राम रोहिल्लापुर स्थित नोवरा कार्यालय पर पहुंची। सर्वप्रथम उन्हें पुष्पगुच्छ और संस्था के संरक्षक अजीत सिंह तोमर द्वारा लिखित पुस्तक भेंट कर स्वागत किया।
नोवरा के अध्यक्ष रंजन तोमर ने ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं एवं समाधान बताते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत प्रणाली के समाप्त होने के कारण कम्युनिटी पोलिसिंग अर्थात जनता पुलिस के बीच में सामंजस्य बिठाने हेतु एक प्रक्रिया निर्मित करनी होगी।जिससे तय हो सके की समाज के किन लोगों की मदद लेकर जिले की व्यवस्था को सुधारा जा सकता है।नोएडा प्राधिकरण द्वारा ग्रामीणों के साथ भेदभाव की नीति रही है।नोवरा जैसी संस्थाओं की लड़ाई के कारण चीज़ें कुछ हद तक बदली हैं , कमिश्नरी को भी इससे सीखना होगा। ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल कमिश्नरी द्वारा पूरी जांच पड़ताल के बाद तैयार किया जा सकता है जो पुलिस को आम जनता की समस्याओं और सुझावों से अवगत कराये , ग्रामीणों को बड़े अधिकारियों से मिलना सुगम बनाना आवश्यक है जिससे सामाजिक समस्याओं का निस्तारण बिना कोर्ट कचेहरी हो सके।
संस्था के संरक्षक अजीत सिंह तोमर बजरंगी ने कहा कि ग्रामीणों का जीविका का साधन खेती के बाद अब किरायेदारी का हो गया है , ऐसे में कई बार किरायेदार मकान मालिक विवाद ,कब्ज़े की घंटनाए बढ़ रही हैं , जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त है , पुलिस की ज़िम्मेदारी है कि वह तठस्थ रहे और पक्ष न ले।जबकि अमूमन देखा गया है कि पुलिस जल्दबाज़ी में निर्णय लेती है जिससे समस्याएं और बढ़ रही हैं।कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों में कम्युनिटी पोलिसिंग का इस्तेमाल किया गया लेकिन वैक्सीन बनते ही व्यवस्था लगभग समाप्त हो गई।न ही ग्रामीणों का कोई डेटाबेस कमिश्नरी के पास उपलब्ध है।प्राधिकरण के कार्यक्रमों में न ही ग्रामीण मार्केटों जैसे भंगेल , सदरपुर , छलेरा , अट्टा , चौड़ा , बरोला आदि के प्रतिनिधियों को बुलाया जाता है न ही महिला सशक्तिकरण , ट्रैफिक आदि सम्बन्धी मीटिंगों में , जबकि शहरी ट्रेडर , इंडस्ट्रियलिस्ट एवं निवासियों को विशेष निमंत्रण दिया जाता है। गाँवों में पूर्व प्रधान , समितियां आरडब्लूए आदि स्थापित हैं।जिन्हे इनकी जानकारी तक नहीं होती।जिससे इन क्षेत्रों में समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।नोएडा पुलिस का पुलिस आपके द्वार कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों से अछूता है जबकि नोएडा के सेक्टरों में लगातार समस्याओं को सुना जा रहा है और पुलिस निवासियों के बीच सामंजस्य स्थापित हो रहा है।यदा कदा ही नोएडा पुलिस के कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के साथ हुए हैं या उनसे उनकी राय जानकार निर्णय लिए गए हैं , यह बदलना होगा।
हालाँकि संस्था के अध्यक्ष रंजन तोमर ने कहा कि एसीपी रजनीश वर्मा इस प्रथा में बदलाव ला रहे हैं , न सिर्फ नोवरा के बुलावे पर त्वरित रूप से मुलाकात को राज़ी हुए बल्कि लगातार गाँवों का दौरा करने में लगे हैं और ग्रामीणों को यथोचित सम्मान देकर बड़ा बदलाव ला रहे हैं।एसीपी रजनीश वर्मा ने आश्वासन दिया कि उनके क्षेत्र के मुअज़िज़ लोगों ,पूर्व प्रधानों ,समाजसेवियों का एक व्हाट्सप्प ग्रुप बनाया जायेगा।जिसमें वह भी समस्याओं का निरीक्षण करने हेतु उपस्थित रहेंगे।इसके आलावा उन्होंने महिला सशक्तिकरण , डिजिटल वालंटियर बनाने , आम लोगों के साथ होते ऑनलाइन धोखाधड़ी , मोबाइल स्नैचिंग पर विशेष जानकारियां ग्रामीणों के साथ साझा की , किरायेदारों का वेरिफिकेशन लगातार करवाने और संस्था का योगदान उसमें मिलने की बात भी उन्होंने रखी।इस दौरान संस्था के उपाध्यक्ष अजय चौहान , महासचिव पुनीत राणा , नितीश चौहान , जगदीश तोमर , जगत तोमर , वाय एस एस फाउंडेशन के अध्यक्ष सचिन गुप्ता एवं दुर्गा प्रसाद दुबे , अधिवक्ता सचिन दुबे ,विकास अवाना 'अट्टा' ,गौरव चौहान , सौरभ , गौरव तोमर ,रविंदर तोमर आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।