(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा।पुलिस की व्यवस्थाओं को देखने के लिए एक फिर गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने औचक निरीक्षण किया।इस बार पुलिस कमिश्नर ने अपर पुलिस आयुक्त कानून/व्यवस्था के साथ मिलकर थाना सेक्टर-39 औचक निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा थाना कार्यालय, कम्प्यूटर कक्ष, साइबर हेल्प डेस्क, डाक कार्यालय एवं महिला हेल्प डेस्क आदि का निरीक्षण किया गया एवं साफ सफाई, डाटा फीडिंग व अभिलेखों के रख रखाव को लेकर संबंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
थाना प्रभारी को सभी शिकायतों का अविलंब गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने एवं थाने पर आने वाले सभी लोगों से मृद व्यवहार करने हेतु निर्देशित किया गया। सभी पुलिसकर्मियों को सतर्कता से ड्यूटी करने, ड्यूटी के प्रति कर्तव्य और दायित्व बनाकर ईमानदारी के साथ ड्यूटी करने के संबंध में निर्देशित किया गया।इसके बाद उनके द्वारा आगमी त्योहारों, क्रिसमस व नववर्ष के दृष्टिगत डीएलएफ मॉल, जीआईपी मॉल, गार्डन गैलेरिया, अट्टा मार्केट, सेक्टर-18 व अन्य भीड़ भाड़ स्थानों का भ्रमण करते हुए मॉल व आसपास के प्रतिष्ठानो की अंदर व बाहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया।सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ सभी मुख्य स्थानों पर प्रकाश व्यवस्था, मार्ग व्यवस्था व यातायात व्यवस्था की समीक्षा की गई तथा संबंधित पुलिस अधिकारीगण को संभ्रांत व्यक्तियों व व्यापार मंडल के लोगों के साथ गोष्ठी कर सभी तैयारियों को पूर्ण कर लेने हेतु निर्देशित किया गया।आगे बताया कि इसका रोडमैप तैयार कर अति शीघ्र प्रस्तुत करे जिससे समय से उसकी समीक्षा की जा सके।
मॉल के अंदर, मेट्रो स्टेशन व अन्य भीड़भाड़ वाले सभी स्थानों पर प्रतिदिन बीडीएस टीम व स्निफर डॉग द्वारा चेकिंग कराए जाने, मॉल के अंदर नेट लगाने, ओपन रेस्टोरेंट्स की रेलिंग को पर्याप्त ऊंचाई तक बढ़ने हेतु व सुरक्षा कर्मियों को पर्याप्त संख्या में तैनात करने हेतु संबंधित को निर्देशित किया गया। पार्किंग व्यवस्था का जायजा लेते हुए सभी पार्किंग में पर्याप्त मात्रा में प्रकाश रखने व आस-पास के मार्गों के संबंध में डाइवर्जन प्लान की समीक्षा की गई तथा संबंधी को निर्देशित किया गया की पार्किंग में आने वाली सभी गाड़ियों की सतर्कता से चेकिंग की जाए एवं काफी लंबे समय से लावारिस पड़े वाहनों के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करते हुए उनका वेरिफिकेशन कराया जाए तथा आवश्यक कार्रवाई की जाए। इसके अतिरिक्त आसपास की यांत्रिक मशीनों के संदर्भ में उनके स्वामियों से प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिए जाए तथा पुन: इसकी समीक्षा पुलिस आयुक्त द्वारा की जायेगी।