नोएडा में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को पलीता लगा रहे राशन डीलर
(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा।कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंदों को भोजन का संकट नहीं हो।इसका ध्यान रखते हुये केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राज्यों में अप्रेल माह के गरीबों को नि:शुल्क चावल देने का निर्णय लिया। इस योजना के तहत प्रदेश में पात्र लोगों को नि:शुल्क चावल का वितरण 15 अप्रेल से किया जाएगा।इसी क्रम में आज नोएडा में राशन डीलरों द्वारा नि:शुल्क चावल का वितरण किया गया। लेकिन विड़म्बना ये थी कि लॉक डाउन की गंभीर स्थिति में भी गरीबों के राशन पर डीलर अपने हक जताने में पीछे नही हटे। जब हमने नोएडा में विभन्न स्थानों पर जाकर इसका जायजा लिया तो स्थिति बहुत चौकाने वाली थी। बात करे सैक्टर-22 की तो यहा करीब छ: राशन की दुकान है।जिनमें से मात्र तीन दुकान ही खुली मिली।इनमें एक ऐसा डीलर भी है जो राशन को अपनी दुकान पर देकर दुसरी जगह जा राशन वितरण करता है। जब विभाग से इस संम्बध में पूछा गया तो अधिकारियों ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए ऐसा किया गया।
लेकिन इतेफाक से आज पहले जब गरीबों को नि:शुल्क चावल वितरण करने थे तो आज वो उस डीलर ने दुकान ही नही खोली।अब ये समझना पडेगा कि राशन डीलर लोगों को सुविधा दे रहा या उनके माल पर हाथ साफ कर रहा है।वही जब सैक्टर-19 और सैक्टर-11 पहुँच कर स्थिति का जायजा लिया गया तो वहा मौजूद कार्ड धारकों ने बताया कि राशन डीलर हमको कम राशन दे रहा हैं।जबकि योजना के हिसाब से हर कार्ड धारक को पांच किलोग्राम प्रति युनिट चावल फ्री में मिलेगा।लेकिन कार्ड धारकों का आरोप है कि राशन डीलर एक किलो प्रति युनिट कम दे रहे हैं।वही सैक्टर-19 मे कुछ महिलाओं का आरोप है कि जब हम राशन लेने गए तो डीलर ने उन्हें राशन नहीं दिया और कहा कि तुम्हारा कार्ड कैन्सिल हो गया है जबकि खाद्य विभाग का कहना है कि उनका कार्ड मान्य है और खाद्य विभाग ने एक लैटर पर मुहर लगा कर भी दी है लेकिन फिर भी राशन डीलर राशन नहीं दे रहे हैं।वही बात करे हरौला गांव में स्थित राशन की दुकानों की तो वहा दुकाने तो खुली मिली पर सम्पूर्ण भारत में लॉकडाउन के बावजूद भी यहा सोशल डिस्टनसिंग का मजाक बनाया गया।
आपको बता दे कि हरौला सैक्टर-5 में भारत गैस एजेंसी के पास जनरेटर मार्केट की गली में एक राशन की दुकान है।राशन बाटने की शुरुवात होते ही कोरोना हॉटस्पॉट घोषित हो चुके सैक्टर-पांच व आठ के लोगों ने एक किलोमीटर की लाइन लगा ली।सबसे बड़ी लापरवाही यह थी कि किसी भी व्यक्ति के मुंह पर कोई मास्क नहीं लगा था एवम एक दूसरे से बिना डिस्टनसिंग के खड़े थे।ऐसे में यदि कोई किसी कोरोना पीड़ित के संपर्क में आ जाये तो जिला प्रशासन के लिए कितनी मुसीबत खड़ी हो जायेगी।इस बारे में खाद्य आपूर्ति निरीक्षक सुशील तिवारी ने बताया कि आपूर्ति विभाग के सभी अधिकारी गण सुबह से ही अपने अपने क्षेत्र में भ्रमण करके दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है।यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रत्येक दुकान पर सैनिटाइजर या साबुन रखा जाये।दुकान बंद रखने की व राशन कम देने की स्थिति में डीलर के खिलाफ सख्त कारवाई होगी।