ग्रेटर नोएडाः एक फ्लैट में 3 Corona पॉजिटिव मिलने पर सोसायटी सील, नाराज लोगों ने किया हंगामा
जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन नियमों का हवाला देकर पूरी सोसायटी को सील कर दिया.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सुपरटेक ईको विलेज-1 स्थित एक फ्लैट में तीन कोरोना पॉजिटिव मिलने से बीती रात हंगामा खड़ा हो गया. स्थानीय निवासी इस बात को लेकर हंगामा कर रहे थे कि एक फ्लैट या फिर एक ही टॉवर को सील किया जाना चाहिए. जबकि जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन नियमों का हवाला देकर पूरी सोसायटी को सील कर दिया.
3,000 फ्लैट्स में रह रहे करीब 8 हजार लोग
इस घटना की पुष्टि जिला पुलिस प्रवक्ता ने भी की है. घटनाक्रम के मुताबिक, सुपरटेक ईको विलेज-1 में 39वें टॉवर में करीब 3 हजार फ्लैट हैं. एक अनुमान के मुताबिक इन 3,000 फ्लैट्स में करीब 8 हजार लोग रह रहे हैं. सोसायटी में एक ही परिवार में पति-पत्नी और बेटी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली. लिहाजा दादरी SDM ने उसे सील कर दिया.
लोगों ने किया इस बात को लेकर हंगामा
सोसायटी सील होते ही यहां रहने वाले लोगों में खलबली मच गयी. स्थानीय लोगों का कहना था कि जिस टॉवर में मरीज मिले हैं, सिर्फ उसे ही सील किया जाये. पूरी सोसायटी सील नहीं होनी चाहिए. इससे यहां रहने वाले बाकी तमाम लोग बेवजह ही प्रभावित होंगे. इसी बात को लेकर धीरे-धीरे स्थानीय निवासियों की भीड़ इकट्ठी हो गयी. भीड़ बढ़ने और सोसायटी सील किये जाने की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन और बिसरख थाना कोतवाल इंस्पेक्टर मुनीष चौहान भी मौके पर पहुंच गये.
250 मीटर का इलाका किया जाता है सील
स्थानीय निवासी घंटों तक अपनी ही मांग पर अड़े रहे. पुलिस और जिला प्रशासन की टीमों ने उन्हें सरकार के दिशा-निर्देश समझाये. फिर भी लोग बात सुनने को तैयार नहीं थे. दिशा निर्देशों के मुताबिक, जिस जगह एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलता है, उसके आसपास 250 मीटर का इलाका सील करके कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जाता है. जबकि यहां एक ही फ्लैट में तीन कोरोना पॉजिटिव मिले थे. ऐसे में पूरी सोसायटी ही नियमानुसार सील की जानी थी, जिसे सील किया गया.
पुलिस और प्रशासन ने इस तरह किया लोगों को शांत
हंगामा और विरोध बढ़ता देखकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत किया. बिसरख पुलिस और जिला प्रशासन ने लोगों के विरोध के बाद भी सोसायटी को नहीं खोला. हां, विरोध कर रहे स्थानीय निवासियों से पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने वादा किया कि पूरी सोसायटी पूरी सील रहने के दौरान किसी भी रेजिडेंट को किसी चीज की परेशानी नहीं होने दी जायेगी. तब जाकर स्थानीय नागरिकों का गुस्सा शांत हुआ.
हर जरूरी चीज दी जाएगी फ्लैट में ही
विरोध कर रहे कुछ लोगों का का तर्क था कि, उन्हें बाहर आने-जाने में दिक्कत होगी. रोजमर्रा की जरुरत की चीजों के लिए वे तरस जायेंगे. लिहाजा मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन की टीमों ने कहा कि लोगों को जरूरत की हर चीज उनके फ्लैट में ही मुहैया करा दी जायेगी.
नियमों के अनुसार सोसाइटी को किया गया सील
साथ ही विरोध करने वाले लोगों को समझाया गया कि, जिनके पास रेलवे आरक्षण और हवाई यात्रा का टिकट होगा, उन पर भी सावधानी रखते हुए बाहर आने-जाने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं होगा. तब जाकर लोग शांत हुए. बिसरख थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मुनीष चौहान के मुताबिक, "SDM ने पूरी सोसायटी नियमानुसार ही सील की है. बाकी यहां रहने वाले लोगों को किसी बात की परेशानी नहीं होने दी जायेगी."
उन्होंने कहा, "स्थानीय लोग परेशान न हों, इसका पुलिस और जिला प्रशासन दोनों ही ध्यान रख रहे हैं. कुछ लोग सोमवार देर रात तक विरोध कर रहे थे. जब उन्हें गाइडलाइंस के बारे में समझाया गया, उनकी सभी जायज जरुरतों के बारे में बताया गया, तब वे मान गये. सोसायटी सील है और नियमानुसार आगे आने वाले आदेशों तक सील ही रहेगी."