केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के वायरल वीडियो पर मचा घमासान, गोद लिए गांववालों ने लगाया ये बोर्ड
वायरल वीडियो में केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा कहते है कि सांसद तो छोड़िए, काम कराना भगवान के भी बस की बात नहीं?
धीरेन्द्र अवाना
नोएडा : लोकसभा चुनाव आते ही सत्तापक्ष के नेता इस तरह से कोशिश करते है कि चुनावों में उनकी जीत सुनिश्चित हो।इसके लिए वो किसी भी स्तर तक जाने को तैयार रहते है।इसी क्रम में गौतमबुद्ध नगर के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ० महेश शर्मा का एक वीडियो वायरल हुआ है।जिसमें मंत्री जी कहते है कि सांसद तो छोड़िए,काम कराना भगवान के भी बस की बात नहीं।अगर कोई सबसे बड़ा बेवकूफ़ है तो वो भगवान ही है।आपको बता दे कि ये विड़ियों तब बनाया गया जब सांसद अपने संसदीय क्षेत्र सिकंदराबाद में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
ये वो ही सांसद है जो पहली बार विधानसभा चुनाव में नामाकंन से पहले मदिंर में भगवान से प्रार्थना करते देखे जाते थे कि किसी तरह आप चुनाव में जीता कर विधायक बनवा दो।भगवान ने इतनी कृपा की विधायक बनाकर फिर सांसद भी बनवा दिया।उसके बाद उस भगवान की कृपा से ही मंत्री बन गये।लेकिन आज वो ही भगवान बेवकुफ़ हो गया।भगवान ने इस व्यक्ति को विधायक,सांसद फिर मंत्री बना दिया।लेकिन फिर भी जनता का काम भगवान करे।ये कैसी विड़बना है कि ऐसे व्यक्ति हमारे देश के नेता है जो अपने कार्यों का निर्वाहन भी नही कर सकते है।अगर हमारे जनप्रतिनिधी ही ऐसे होगें तो हमारे देश का क्या होगा।
सांसद की कहानी यही खत्म नही होती।प्रधानमंत्री ने सांसद आर्दश गांव योजना के तहत अपने सभी सांसदों को दो गांव गोद लेने के लिए कहा था।जिसकी वजह से सभी सांसदों ने अपने संसदीय क्षेत्र के दो गांव गोद लिये थे।इसी क्रम में गौतमबुद्ध नगर के सांसद ने दो गांव गोद लिये पहला जेवर का नीमका दूसरा ग्रेटर नोएडा का कचेड़ा।नीमका के हालात बद से बत्तर है तो दूसरी ओर कचेड़ा गाँव के लोगों का कहना है कि सांसद महेश शर्मा ने सिर्फ नाम के लिए ये गाँव गोद लिया था।इसी चलते ही शर्मा ने गाँव को गोद लेकर अनाथ की तरह छोड दिया।आपको विश्वास नहीं होगा कि सांसद द्वारा गोद लिए हुए गाँव कचैडा में पिछले कई साल से सांसद ने विकास के नाम पर एक ईट भी नही लगाई है।
आप भी देखिए- मंत्री जी का वायरल वीडियो -
सबसे बड़ी विड़बना ये है कि ग्रामीणों को अपने खेतों में भी काम करने से रोका गया।जब किसानों ने इसका विरोध किया तो उनको जेल में डलवा दिया गया।जिसको लेकर करीब साढे चार माह से वह आंदोलन कर रहे है लेकिन फिर भी उनकी समस्या को समझने के लिए ना तो सांसद ना ही विधायक सामने आये।इससे नाराज़ होकर किसानों ने गांव में एक बोर्ड लगा दिया है जिसमें साफ साफ लिखा हुआ है कि "यह गांव महेश शर्मा द्वारा गोद लिया गया है इस गांव में बीजेपी के लोगों का आना मना है।"इस तरह के बोर्ड ग्रेटर नोएडा के कई गांव जैसे की चिपियाना बुजुर्ग,तालड़ा झालड़ा,डेरीन गुजरान आदि गांवों में लगे हुये है।
इससे बड़ी शर्म की बात क्या होगी जिस जिला में सांसद भी बीजेपी का और सारे विधायक भी बीजेपी फिर भी जिले के एक गाँव कचैडा में लोगों की इतनी नाराज़गी की वो इन लोगों को देखना भी पसंद नही करते।दूसरी तरफ दो दिन पहले सांसद को जेवर के ही मिर्जापुर गांव में बड़ी संख्या में लोगों का विरोध झेलना पड़ा वजह ये थी कि सासंद बनने के बाद वो पहली बार गांव में आये थे।इसका मतलब साफ है कि विकास के बड़े बड़े दावे करने वाले सांसद अपने न पूरे होने वाले वादों से लोगों को गुमराह करना चाहते है।लेकिन ऐसे नेताओं को ये नही पता ये जनता है सब जानती है।जब हमने हिन्दू संगठनों से इस विषय बात करनी चाही तो सभी ने इस विषय बोलने से मना कर दिया।इसको दवाब कहे या कुछ ओर।
इस संम्बध में जब हमने कांग्रेस के वरिष्ट नेता रामकुमार तंवर से जानना चाहा तो उन्होने बताया कि एक केंद्रीय मंत्री से इस तरह की अशोभनीय भाषा की उम्मीद नही की जाती।हम इसकी घोर निंदा करते है।भाजपा पार्टी का बात करे तो पार्टी भगवान के नाम पर टिकी हुयी है।भगवान के नाम पर राजनीति करना बंद अन्यथा पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।पार्टी मुख्य मुद्दे जैसे विकास,रोजगार,महिला सुरूक्षा को भूल कर जनता को मुर्ख बना रही है।
सपा के पूर्व जिला प्रवक्ता श्याम सिंह भाटी ने कहा सांसद हताश है इसलिए इस तरह की बात कर रहे है।पार्टी भगवान के नाम पर ढ़ोग करती है।आज उनका पर्दाफाश हो गया है।वोट बैंक को बढ़ाने के लिए इस तरह की राजनीति की जा रही है।पार्टी की नीति मुँह मे राम बगल में छुरी है।
बसपा के जिलाध्यक्ष लख्मी सिंह ने कहा कि ये पार्टी भगवान के पीछे है भगवान को छोड़ कर पार्टी खत्म हो जायेगी।पांच सालों में भी इस क्षेत्र में कोइ काम नही करवाया।जब आम जनता का काम नही करवा सकते तो चुनाव लड़ कर जनता को मुर्ख क्यो बना रहे हो।