नोएडा प्राधिकरण की अनैतिक कार्य के विरोध में विधायक से मिले ग्राम प्रधान संगठन के कार्यकर्ता
(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा।नोएडा प्राधिकरण के अनैतिक एवं असवैधानिक कार्य गांव के बरात घरों को प्राधिकरण के अधीन करने की नीति के विरुद्ध ग्राम प्रधान संगठन नौएडा द्वारा आज गांव रघुनाथपुर मैं ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष विमलेश शर्मा के नेतृत्व मैं मीटिंग की गई जिसमें सभी प्रधानों ने एकमत होकर नौएडा के इस अनैतिक कार्य की निंदा की एवं इसके विषय में सभी नौएडा विधायक पंकज सिंह से उनके कार्यालय पर मिलकर गांव संबंधी नोएडा प्राधिकरण के द्वारा किस प्रकार नौएडा के जनप्रतिनिधियों एवं न्यायालय में गलत तरीके से गांव के विकास की बातें कही जाती है।
जबकि नोएडा प्राधिकरण द्वारा गांव के विकास की बजाय गांव के विनाश की रणनीति अपनाई जा रही है। जिसमें गांव में न हीं तो कोई मिनी स्टेडियम, सिलाई केंद्र ,जच्चा बच्चा केंद्र , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ,बच्चों के लिए खेल का मैदान, मिनी स्टेडियम, पार्क, ओपन जिम ,गांव के बेरोजगार युवाओं को नौकरी इत्यादि नहीं दी गई।जबकि प्राधिकरण की स्थापना प्रस्तावना में यह सभी चीजें सम्मिलित थी।
लेकिन नोएडा प्राधिकरण में जो भी अधिकारी आते गए वह सिर्फ अपना ही भला करते रहे और भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार करते रहे उन्होंने गांव वालों की कभी सुध नहीं ली और उनकी जमीनें छीन कर उनको तथा उन पर आश्रित लाखों लोगों को बेरोजगार करने का कार्य किया उपरोक्त सभी बातों को अपने क्षेत्रीय विधायक पंकज सिंह के सामने ग्राम प्रधान संगठन के द्वारा रखी गई तथा गांव में बने हुए बरात घर ओ को नौएडा द्वारा संचालित करने पर दिए गए आदेश को तुरंत वापस लेने के लिए अनुरोध किया साथ ही ग्राम प्रधान संगठन ने चेतावनी भरे शब्दों में यह भी कहा की नोएडा प्राधिकरण इसी तरह के घृणित कार्य करता रहेगा।
तो उसके खिलाफ नौएडा के सभी गांव रोड से लेकर अदालत तक सभी जगह अपना पक्ष रखते हुए बहुत बड़ा आंदोलन करेंगे जिसमें विधायक जी द्वारा ग्राम प्रधान संगठन को आश्वस्त किया वह तुरंत संबंधित अधिकारी को फोन कर गांवों में जिन बरात घरों में ताले लगाए गए हैं उनको खुलवाने एवं बरात घर ओ को गांव वालों के सुपुर्द कर पुरानी व्यवस्था बहाल करने के लिए आश्वस्त किया है मीटिंग में मुख्य रूप से करतार प्रधान, मूलचंद सोनी ,वेद प्रधान, राजू शर्मा ,विनोद खारी, महिपाल चौधरी, राजकुमार ,नरेश प्रधान, मान सिंह चौहान ,महेश अवाना आदि प्रधान एवं ग्रामीण सम्मिलित रहे।