भ्रष्टाचार पर चला योगी सरकार का चाबुक, डिप्टी लेबर कमिश्नर समेत दो अधिकारी निलंबित
श्रम विभाग में तैनात श्रमायुक्त धर्मेन्द्र कुमार सिंह को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
नोएडा (धीरेन्द्र अवाना) : भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टालरेंस की नीति अपनाते हुये यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने गौतमबुद्ध नगर जिले के डिप्टी लेबर कमिश्नर (उप श्रमायुक्त) समेत दो अधिकारियों व एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया है। बताते चले कि ग्रेटर नोएडा की एक जापानी कंपनी में पैसे की वसूली का आरोप लगाते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी। आरोप है कि ये अधिकारी विदेशी निवेशकों से मिलने को तैयार नहीं थे।
आपको बता दे कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदेश सरकार द्वारा निरंतर सख्त कारवाई की जा रही है।इस क्रम में श्रम विभाग में फैले भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर सरकार ने सख्त कारवाई करते हुये श्रम विभाग में तैनात श्रमायुक्त धर्मेन्द्र कुमार सिंह को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इनके साथ ही लेबर इंफोर्समेंट ऑफिसर विजय शंकर तिवारी व श्रम विभाग के वरिष्ठ क्लर्क मिथिलेश कुमार सिंह को भी निलंबित किया गया है। तीनों को श्रम मुख्यालय कानपुर से संबद्ध कर दिया गया है।
आरोप है कि ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-6 में स्थित एक जापानी कंपनी के सीईओ (CEO) यूकीनोरी ने ई-मेल भेजकर नोएडा के श्रम विभाग की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी। मुख्यमंत्री ने इस शिकायत की जांच करवायी। जांच दो अपर श्रमायुक्तों दिलीप कुमार सिंह, अपर श्रमायुक्त उत्तर प्रदेश मुख्यालय कानपुर एवं आर.पी. गुप्ता उपश्रमायुक्त उत्तर प्रदेश मुख्यालय कानपुर से करवायी गयी। संयुक्त प्रारंभिक जांच आख्या (दिनांक 9.01.2023) में यह उल्लेख किया गया है कि धर्मेन्द्र कुमार सिंह उपश्रमायुक्त गौतमबुद्धनगर द्वारा अपने पर्यवेक्षणीय दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता बरती गयी है तथा शासन की मंशा के अनुरूप विदेशी निवेशकों से स्वयं बात न करके तथा उन्हें समय न देकर अपने अधिनस्थों से संपर्क कराने की अपेक्षा की गयी है।