आज से लगभग एक वर्ष पहले समाजवादी पार्टी की सरकार थी और कुंडा के विधायक कुंवर रघुराज प्रताप सिंह " राजा भैया " उस सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. सपा सरकार ने राजा भैया के पिता भदरी नरेश राजा उदय प्रताप सिंह द्वारा आयोजित भंडारा जो शेखपुर कुण्डा के हनुमान मंदिर पर होता है उसे नहीं होने दिया गया था. तब सपा की सरकार थी और विधानसभा चुनाव सिर पर था. इसीलिये सपा ने एड़ी चोटी का जोर लगाकर भंडारा नहीं होने दिया था.
लेकिन आज की बात करें तो कुण्डा विधानसभा की लोकसभा सीट कौशाम्बी से सांसद विनोद सोनकर खुद भाजपा से हैं. और कुण्डा विधायक राजा भैया की छवि भी देश मे हिंदुत्ववादी नेता के तौर पर है और तो और राजा उदय प्रताप सिंह खुद धार्मिक गतिविधियों में संलग्न रहते हैं, अब जब प्रदेश में विराजमान हिंदुत्ववादी बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ही हनुमान मंदिर पर भंडारा नहीं होने दे रही तब भाजपा सरकार की नीतियों पर लोगों को शक होता है, खुद को हिंदू हितैषी कहने वाली योगी आदित्यनाथ में क्षमता ही नहीं है कि वह हिंदुओं को भी खुश रह सके जब भी हिन्दू - मुस्लिम की बात आये.
इस बार भी हो रहा था कि प्रशासन कितना भी चीख चीख कर मना कर रहा हो, भले ही डी.एम. ने भंडारे के आयोजन पर रोक लगाई हो लेकिन कुंडा के शेखपुर में भदरी नरेश राजा उदय प्रताप सिंह के भंडारे की तैयारी अपने स्तर पर चरम पर चल रही. जबकि बार बार मीटिंग कर प्रतापगढ़ प्रशासन ने भंडारे को रोकने के लिए कमर कस ली है. अब तो विश्व हिन्दू परिषद भी भदरी नरेश राजा उदय प्रताप सिंह के समर्थन में आ गया है. विश्व हिन्दू परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री मुकेश ने बड़ा बयान दिया है उनका कहना है कि "कुछ भी हो भण्डारा होके रहेगा".
प्रतापगढ़ के कुंडा कोतवाली क्षेत्र के शेखपुर गांव में मोहरर्म के दिन भण्डारे का आयोजन होने की बात है. प्रशासन और विहिप अब एक दूसरे के आमने-सामने हैं. डी.एम. शम्भू कुमार ने भांडरे के स्थल से झंडी और बैनर हटाने के लिए नोटिस दिया था. लेकिन फिर भी न बैनर हटे हैं न झंडी हटी है. इसकी वजह से प्रतापगढ़ प्रशासन ने भारी मात्रा में पुलिस बल भेज दिया है. सपा सरकार में भदरी नरेश को उनके किले से बाहर नहीं निकलने की गुजारिश की गई थी और उन्हें एक तरह से नजरबंद कर दिया गया था अब जब भाजपा सरकार है तब भी राजा उदय प्रताप सिंह समेत उनके सहयोगियों और विहिप के पदाधिकारियों तक को नजरबंद करने की भी तैयारी चल रही है. सभी को पता है कि कुंडा कोतवाली क्षेत्र के शेखपुर के पास स्थित हनुमान जी का मंदिर है. इसी स्थान पर कुंडा से विधायक व सपा शासन काल कैबिनेट मंत्री रहेे राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह द्वारा कराये जा रहे भंडारे को लेकर विवाद है क्यों कि यह मुहर्रम के दिन होता रहा है और इसी रास्ते से ताज़िया गुजरता है.
वहीं, प्रशासन का कहना है कि यह भंडारा परंपरागत नहीं है जिसके कारण प्रशासन ने इसे न होने देने का निर्णय ले लिया है. जबकि भदरी नरेश के कार्यकर्ता जोश में हैं. वो पूरी तरह से भंडारे की तैयारी में लगे हुए हैं. बड़े बड़े झंडे और उसके साथ ही साथ बैनर भी लगाए गए हैं. यहां तक कि सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को आमंत्रित किया गया है. प्रशासन के नोटिस जारी करने के बावजूद मंदिर पर धरातल पर भी तैयारियां जारी हैं. मंदिर के आसपास साफ सफाई की गई है. आप पास लगे नलों की मरम्मत भी कराई गई है.
सपा सरकार के पदचिह्नों पर चलते हुए भाजपा की योगी सरकार ने जो किया उससे पूरे प्रतापगढ़ जिले के दोनों समुदायों के प्रबुद्धजनों का कहना है यदि प्रशासन चाहे तो दोनों कार्यक्रम आराम से किया जा सकता है. यह बिना मतलब का जो हौआ प्रतापगढ़ प्रशासन की तरफ से हर वर्ष बनाया जा रहा है यह बेमतलब,बेकार और जबरदस्ती है.